मौसम विभाग का हाई अलर्ट मौसम विभाग के हाई अलर्ट के बाद जिला प्रशासन ने जनहित एवं कोरोना संक्रमण काल से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। चक्रवात के तहत बारिश,आंधी से पेड़ गिरने या अन्य किसी कारण से आग लगने के बचाव के लिए बिजली तंत्र का परीक्षण किया गया। जिससे कि आपातकालीन स्थिति में कोविड उपचार के लिए भर्ती मरीजों को किसी समस्या का सामना ना करना पड़े।
सूचना मिलते ही दौड़े वाहन एमजीएच में सोमवार शाम हुई मॉक ड्रिल के दौरान आपातकालीन सायरन के द्वारा सभी को सचेत किया गया। आपदा प्रबंधन के अधिकारी, अग्निशमन, चिकित्सालय के सुरक्षा गार्ड, विद्युत व मेडिकल टीम एमजीएच के कोविड डेस्क भवन में आग लेने की काल्पनिक घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया।
टीमों ने दिखाई तत्परता नागरिक सुरक्षा विभाग का दल, अग्निशमन विभाग के कार्मिकों ने तत्परता दिखाते हुए अग्नि प्रभावित भवन में फ ंसे मरीजों को आपातकालीन बचाव तरीकों से निकालने का प्रदर्शन किया। आपदाग्रस्त भवन से मरीजों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर रखने की संभावनाओं को तलाश। नकाते ने मॉक ड्रिल के दौरान नागरिक सुरक्षा विभाग की टीम, अग्निशमन कर्मियों और सभी बचाव दलों के कार्मिकों की सराहना की। नकाते ने इस दौरान एमजी हॉस्पिटल में जिंदल कंपनी के सहयोग से स्थापित होने जा रहा ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया।
नगर परिषद अलर्ट मोड पर आयुक्त दुर्गा कुमारी ने बताया कि चक्रावत को लेकर नगर परिषद के सभी अधिकारियों व कार्मिकों को अलर्ट कर दिया गया है। उन्हें बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोडऩे व मोबाइल स्विच ऑफ नहीं करने के लिए पाबंद किया गया। आयुक्त ने दमकल समेत सभी शाखा प्रभारियों के कार्य क्षेत्र तय करते हुए आपदा प्रंबधन की जिम्मेदारी दी है।
सिक्योर ने टीमें बढ़ाई अजमेर डिस्कॉम की सिक्योर मीटर्स टीम ने शहर में चक्रावत को लेकर व्यापक तैयारी की है। शहर में बारिश व अंधड के दौरान विद्युत लाइनों पर पेड़ या टहनिया गिरने, ट्रांसफार्मरों में फाल्ट आने की स्थिति में तत्काल विद्युत आपूर्ति व्यवस्था संभाली जा सके, इसके लिए अतिरिक्त टीमें लगाई है। स्थानीय प्रबंधक डीएन राव ने बताया कि शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के साथ ही एमजी होस्पिटल, शहर में संचालित १९ कोविड सेंटर व निजी चिकित्सालयों पर भी विशेष फोकस है।
कलक्टर ने लिया जायजा
कलक्टर शिव प्रसाद नकाते ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक की। इसमें एंट्री, एक्जिट, इमरजेंसी गेट अलग-अलग रखने व पर्याप्त मात्रा में एम्बुलेंस, स्ट्रेचर, व्हील चेयर की उपलब्धता व आपातकालीन स्थिति में मरीज को एक भवन से दूसरे भवन में शिफ्ट करने की प्लानिंग, विद्युत आपूर्ति के लिए डिजी सेट या जनरेटर आदि की उपलब्धता रहें, के लिए निर्देश दिए।