READ: ठिठुरन से घटी ट्रेनों की गति, पटरी पर मंडराया खतरा एएसपी पारस जैन ने बताया कि वारदात में शामिल देवली मछनियान गढ़ी वाले बाबा पुलिस थाना रेलवे कॉलोनी कोटा निवासी सरगना शिवा उर्फ गुड्डू नामदेव (छीपा), खान की झोपडि़या थाना अंता जिला बारां निवासी मिलनसिंह राजपूत तथा झागर (गुना) निवासी लक्ष्मण गाडरी को गिरफ्तार किया है। मांडलगढ़ डिप्टी राजेंद्र नैन व थानाप्रभारी सुगनसिंह चौधरी की अगुवाई में टीम बनाई गई। चौधरी ने बताया कि आरोपितों कि कोटा शहर में प्रसिद्ध डॉक्टर के यहां डकैती व सुपारी लेकर एक व्यक्ति की हत्या करने की साजिश थी। वारदात के बाद भागने के लिए गाड़ी की जरूरत थी। इसके लिए टवेरा लुटी। हालांकि डकैती व सुपारी लेकर हत्या की वारदात से पहले ही दबोच लिए गए।
READ: 6 दिन बाद परीक्षा, महिला आईटीआई में सिखाने वाला तक नहीं मालूम हो, 3 जनवरी की शाम को कोटा के पंचवटी कुनाड़ी निवासी मुकेश वैष्णव को किराए पर टवेरा लेकर शिवा और लक्ष्मण कोटा से भीलवाड़ा रवाना हुए। भीलवड़ा से बहन को लाने का झांसा दिया और तीन हजार किराया तय किया। आरोली टालनाके से मिलन वाहन में बैठा। भीलवाड़ा से पहले बहाना बनाकर बहन के नहीं आने की बात कहकर चालक से वापस घूमा लिया। सलावटिया के निकट केसरपुरा मोड़ पर सुनसान इलाका देख लघुशंका के बहाने वाहन रूकवाया। वाहन रूकते ही लुटेरों ने मुकेश पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया।
उसके बाद वाहन लूट ले गए। मरा समझ छोड़ा, तीसरी आंख ने कराई पहचान आरोपित चालक को मरा समझ कर झाडि़यों में पटक कर चले गए। उसकी जेब से पांच हजार नकद और एटीएम कार्ड ले गए। चालक ने होश आने के बाद निकट होटल पर पहुंच कर लोगों को आपबीत्ती बताई। उसके बाद बिजौलियां पुलिस ने आरोली टोलनाके के सीसी टीवी फुटेज निकाले तो लुटेरे के चेहरे साफ नजर आए। फुटेज के फोटो कोटा में दिखाए गए तो कुछ लोगों ने पहचान लिए। करीब बारह दिन से पुलिस लुटेरों के पीछे लगी हुई थी। जेल में बनाई योजना, बाहर दिया अंजाम सरगना शिवा उर्फ गुड्डू के खिलाफ कोटा और बारां में लूट, ठगी, धोखाधड़ी और हथियार सप्लाई के मामले दर्ज है। शिवा ने कोटा जेल में रहकर लक्ष्मण व मिलनसिंह के साथ मिलकर लूट और अपहरण की साजिश रची थी। 20 दिसम्बर को तीनों जेल से रिहा हुए थे।