इसके लिए आईटी सेल की मदद ली जाएगी। कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक अरुण माच्चा ने बताया कि प्रकरण से जुड़े सभी पहलुओं को जांच के दायरे में लिया जाएगा। सुभाषनगर थाने में तीन दिन पूर्व महिला कांग्रेस की पूर्व पदाधिकारी ने चेयरमैन खण्डेलवाल के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था।
जयपुर से मांगा मार्गदर्शन सूत्रों के अनुसार पुलिस ने प्रकरण की जांच को गति देने के लिए जयपुर मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा है। वायरल ऑडियो में बातचीत के अंश, शैली और प्रकरण में आरोपों को एकदूसरे से मिला करते हुए जांच को गति दी जाएगी। आरोपी व पीडि़ता दोनों राजनीतिक दलों से जुड़े होने से भी पुलिस जांच में पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है।
फुटेज मिलना मुश्किल
पुलिस न्यास में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालेगी और मोबाइल कॉल डिटेल भी जांचेगी। सूत्रों के अनुसार यूआईटी के सीसी कैमरों की स्टोरेज क्षमता अधिकतम 15 से 30 दिन के बीच है। एेसे में पुलिस को यहां वांछित तिथि के फुटेज मिलना मुश्किल है।
पुलिस न्यास में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालेगी और मोबाइल कॉल डिटेल भी जांचेगी। सूत्रों के अनुसार यूआईटी के सीसी कैमरों की स्टोरेज क्षमता अधिकतम 15 से 30 दिन के बीच है। एेसे में पुलिस को यहां वांछित तिथि के फुटेज मिलना मुश्किल है।
भाजपा की राजनीति में बवाल सोशल ग्रुप पर वायरल हो रहे ऑडियो भाजपा की राजनीति पर भारी पड़ रहे है। यूआईटी चेयरमैन के खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ से जुड़े मामले में वायरल हुए ऑडियो से जिले की राजनीति सकते में है, वही सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को वायरल हुए नए वीडियो ने भाजपा की बैचेनी बढ़ा दी है। दूसरी तरफ अनुशासनहीनता के आरोप से पार्टी से निष्कासित हुई नगर परिषद सभापति ललिता समदानी के खिलाफ एसीबी में दर्ज प्रकरणों को लेकर अब किस प्रकार की बड़ी कार्रवाई होगी, इसको लेकर भी सोशल मीडिया से लेकर राजनीति में चर्चाओं का जोर है।