READ: मुख्य सचेतक गुर्जर के वाहन को पहनाई जूतों की माला फरवरी के बाद उसने अपने परिजनों को 50 हजार रुपए भिजवाए। गत 21 जुलाई से पहले उसका फोन आना भी बंद हो गया। फोन नही आने से पत्नी व परिजन चिन्तित थे। इस बीच बिरदीचंद के मालिक का फोन आया तो मौत की सूचना मिली। इसके बाद 22 जुलाई को मृतक की पत्नी द्वारा एक शपथ पत्र उनके पास भिजवाया गया। इसके बाद 3 अगस्त को सऊदी अरब के भारतीय दूतावास से परिजनों के पास फोन आया एवं शव के बारे में पूछताछ की। इस बात को दस दिन हो गए, लेकिन शव अब तक परिजनों के पास नहीं पहुंचा। इससे गम में डूबी पत्नी गुणसागर व अन्य परिजनों की व्यथा बढ़ गई है। सांसद से मांगी मदद सऊदी अरब से शव पहुंचने में हो रही देरी के बाद परिजनों ने शाहपुरा के भाजपा नेता अविनाश जीनगर से सम्पर्क किया। परिजन उनके साथ संसाद सुभाष बहेडिय़ा से मिले।
READ:महिला की मौत सौ दिन पूर्व हो गई, जांच करने अब पहुंची चिकित्सा विभाग की टीम बहेडिया ने दिल्ली में विदेश मंत्रालय में सम्पर्क किया। मंत्रालय ने वहां के भारतीय दूतावास से सम्पर्क कर शव को लाने के प्रयास तेज कर दिए। परिजनों द्वारा मौत के बाद शव नही पहुंचने के बाद भी बात को सार्वजनिक नहीं करने के पीछे सऊदी अरब से मिल रहे आश्वासन मुख्य कारण रहे। कुछ दिन में शव आने की बात बार-बार कहने पर भरोसा करते रहे। अंत में जब सब्र की सीमा समाप्त हो गई तो बात सामने आई।
विदेश मंत्रालय को सौंप कर आया दस्तावेज मुझे दो दिन पहले ही शाहपुरा से इस बारे में सूचना मिली तो विदेश मंत्रालय को दस्तावेज सौंप कर आया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विदेश में होने से बात नहीं हो पाई। शव सऊदी अरब से शीघ्रताशीघ्र भारत आकर परिजनों को मिल सके, इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे। सुभाष बहेडि़या, सांसद, भीलवाड़ा