देश में भीलवाड़ा कोरोना का पहला एपिक सेंटर बना। इस अवधि में २० मार्च को सबसे पहले ६ पॉजिटिव केस आए, इसके बाद अगले दिन २१ मार्च को ६ और आए। इसके बाद गिनती के केस आते गए और २९ मार्च तक कुल २५ पॉजिटिव आए। यानिकि कोरोना काल के सबसे घातक समय यानि दस दिन में ही कुल २५ केस ही आए थे, कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग की टीम जिस प्रकार से कार्य किया वो देश में भीलवाड़ा मॉडल के रूप में मिसाल बन गई थी लेकिन डेढ़ माह बाद प्रवासियों के कारण अचानक बदली स्थिति ने भीलवाड़ा को फिर उसी दोराहे पर ला खड़ा किया है। corona in bhilwara
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