भीलवाड़ाPublished: Dec 04, 2022 10:03:11 am
Suresh Jain
ओवरब्रिज में भ्रष्टाचार का सुराख : जांच समिति पर सवाल, जिनकी देखरेख में हुआ निर्माण उन्हें ही सौंप दी जांच
- कोठारी नदी पर बने ओवरब्रिज में घटिया निर्माण का मामला
- 4.38 करोड़ के भुगतान के एक दिन बाद ही क्षतिग्रस्त हो गया ब्रिज
- जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए, वही करा रहे थाने में मामला दर्ज
भीलवाड़ा. शहर में कोठारी नदी पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज पर हुए भ्रष्टाचार के सुराख के मामले में नगर विकास न्यास अध्यक्ष व जिला कलक्टर आशीष मोदी की ओर से गठित जांच समिति पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। न्यास के जिन अफसरों की देखरेख में ओवरब्रिज का निर्माण हुआ। उन्हें ही जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है। जांच समिति में किसी भी दूसरी सरकारी एजेंसी के अफसरों या एक्सपर्ट को शामिल ही नहीं किया गया हैं। ऐसे में न्यास अफसरों ने न्यास की गड़बड़ी व लापरवाही को छिपाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद शुक्रवार को पुलिस की ओर से मौका जांच से पहले ही मलबे की जगह से मलबा हटाने की छेड़छाड़ कर दी गई। यह छेड़छाड़ भी न्यास के अधिकारियों के इशारे पर ही की गई है। मलबा हटाने की हरकत से गोलमाल व लापरवाही की सुई न्यास के अफसरों पर ही घूमने लगी है।