Medical and health department मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जगदीश चन्द्र जीनगर को बुधवार को एपीओ कर दिया गया। जीनगर को हटाने की वजह उनके कई बड़े विवादों में शामिल होना माना जा रहा है। वे लम्बे समय से विभाग की कार्ययोजना को लेकर भी विवादों में रहे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को डॉ. जीनगर को प्रशासनिक कारणों से तुरंत प्रभाव से आदेश की प्रतिक्षा में रखा। अब उनका मुख्यालय निदेशक जन स्वास्थ्य कार्यालय रहेगा। टीबीसी के उपनिदेशक डॉ. प्रकाश शर्मा को अपने पद के साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का अतिरिक्त कार्य सौपा गया है। शर्मा गुरुवार को कार्यभार संभालेंगे।
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सूत्रों की मानें तो १२ जुलाई को आईएमए हॉल में कायाकल्प बैठक में एक महिला डॉक्टर से उलझने के मामले को उच्च स्तर पर गंभीरता से लिया गया। इस विवाद के चलते निदेशक ने एक चिकित्सा अधिकारी से रिपोर्ट भी ली थी। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी मामले को गंभीरता से लिया था। उल्लेखनीय है कि जीनगर व महिला चिकित्सक ने एक दूसरे के खिलाफ भीमगंज थाने में रिपोर्ट तक दी थी। हालांकि पुलिस इसे विभागीय मामला मानते जांच कर रही है।
सूत्रों की मानें तो १२ जुलाई को आईएमए हॉल में कायाकल्प बैठक में एक महिला डॉक्टर से उलझने के मामले को उच्च स्तर पर गंभीरता से लिया गया। इस विवाद के चलते निदेशक ने एक चिकित्सा अधिकारी से रिपोर्ट भी ली थी। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी मामले को गंभीरता से लिया था। उल्लेखनीय है कि जीनगर व महिला चिकित्सक ने एक दूसरे के खिलाफ भीमगंज थाने में रिपोर्ट तक दी थी। हालांकि पुलिस इसे विभागीय मामला मानते जांच कर रही है।
ये रहे विवाद
– एक सप्ताह पूर्व आईएमए हॉल में कायाकल्प बैठक में एक महिला डॉक्टर से उलझना।
– कलक्टर सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के फोन रात आठ बजे बाद नहीं उठाना।
– नसबन्दी, मौसमी बीमारियां सहित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में खराब प्रदर्शन।
– कोटड़ी से जुड़े कई मामलों को लेकर काफी चर्चा में रहे।
– सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिजौलियां के नर्स प्रवीण धाकड़ की जांच को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभाने पर उच्च स्तरीय अधिकारियों से विवाद।
– आरसीएचओ सीपी गोस्वामी से विभागीय काम को लेकर अनबन रही। कई बार यह मामला निदेशालय तक भी पहुंचा था।
– अपने चहते कर्मचारियों को अपनी मर्जी से प्रतिनियुक्ति पर मनपंसद जगह पर लगाना।