हर कदम पर जरूरतमंदों के साथ
भीलवाड़ाPublished: Jun 06, 2020 10:11:26 am
जैन समाज
With the needy at every step in bhilwara
भीलवाड़ा।
कोरोनाकाल में भीलवाड़ा सकल जैन समाज एकजुट होकर हर जरूरतमंद की मदद के लिए आगे आया। रोजाना कमाई कर परिवार का पेट पालने वाले सर्वाधिक प्रभावित हुए। समाज के भामाशाहों और संस्थाओं ने दिल खोलकर उनकी मदद की। पत्रिका के वेबनार में समाज के प्रबुद्ध लोगों का कहना था कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना होगा और उद्यमियों व व्यापारियों की चुनौतियों पर सरकार को ध्यान देना होगा।
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लॉकडाउन के पहले दिन से समाज के संगठन सेवा भावना में लगे रहे। ऐसे लोगों की सूची तैयार की जो किसी से सहायता मांग नहीं रहे थे, लेकिन उनको जरूरत थी। उनको सहायता देकर आए।
ज्ञानप्रकाश सांखला, सैक्रेटरी, अरिहन्त हॉस्पिटल
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एक ही उददेश्य सेवा का था, जिसमें यश नहीं चाहिए था। समाज व संगठन के लोग काम कर रहे थे। सभी संस्थाएं एक मंच पर आकर सेवा में लगी।
विमल पीतलियां, अध्यक्ष तेरापंथ युवक परिषद
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शहर व आस-पास के गांवों में श्रमिक परिवारों को भोजन व सभी तरह से खयाल रखा। प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए कार्य किया।
नरेन्द्र कोठारी, चेयरमैन, अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल
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बिना भेदभाव के काम किया। अधिक से अधिक राशन किट और आर्थिक सहायता दी। प्रयास रहा कि उस जरूरतमंद तक पहुंचे जिसको जरूरत है।
मनीष बम्ब, प्रचार-प्रसार मंत्री, राजस्थान जैन कॉन्फे्रंस
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जैन समाज ने हर स्तर पर सहयोग किया। जनता को नियमों की पालना करनी होगी। संक्रमण अभी और बढ़ेगा।
राजेन्द्र गोखरू, अध्यक्ष, जीवनप्रकाश योजना जैन कॉन्फे्रंस
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जिनके हाथ से रोजगार चला गया, उनके लिए प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं। उनको रोजगार उपलब्ध कराने के साथ आत्मनिर्भर बनाकर आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए प्रयास करेंगे।
बसंता डांगी, अध्यक्ष, शान्ति जैन महिला मंडल
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कोरोना संकट कम नही हुआ है। आने वाले समय में और सावधानी की आवश्यकता है। लोगों को समझा रहे हैं कि वे निर्धारित नियमों का पालन करें।
पुष्पा गोखरू, प्रान्तीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी
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चुनौती थी कि व्यापार दुबारा से कैसे शुरू करें। औद्योगिक संगठनों के माध्यम से प्रशासन व मुख्यमंत्री से बात की। मुनि सुधासागर के आग्रह पर १९ लाख रुपए जिला प्रशासन को दिए हैं।
नरेश गोधा, अध्यक्ष आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट
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समाज की महिलाएं सेवा में पीछे नहीं रही। हजारों मास्क व भोजन के पैकेट बांटे। संक्रमण के समय सेवा भावना सीखी, जो समय की आवश्यकता थी।
सुषमा कोठारी, अध्यक्ष, समता महिला मंडल
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तेरापंथ समाज ने जिला प्रशासन को क्वारंटीन सेंटर के लिए महाप्रज्ञ भवन दिया है। तीन लाख से अधिक की आर्थिक मदद की। रक्तदान शिविर भी लगाए।
निर्मल गोखरू, अध्यक्ष, तेरापंथ सभा संस्थान
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मुनि सुधासागर के आह्वान मात्र से भीलवाड़ा का दिगम्बर जैन समाज ने राशि एकत्र कर जिला प्रशासन को दिए। समाज का हर व्यक्ति ने जरूरतमंद के घर खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम किया है।
प्रवीण चौधरी, अध्यक्ष, पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट
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सहायता के लिए सबने अच्छी भूमिका निभाई। हमें जरूरतमंदों को संभालना है। गाइडलाइन को फॉलो करें और घर में ही सुरक्षित रहे। अब कोरोना के साथ जीना होगा।
किरण सेठिया, अध्यक्ष, साधुमार्गी श्रीसंघ
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कोरोनाकाल के दौरान एक हजार से अधिक भोजन व खाद्य सामग्री के पैकेट वितरित किए गए है। सरकार व जिला प्रशासन का हरसंभव सहयोग किया।
संजय रांका, वाइस प्रेसिडेन्ट, शान्ति भवन
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जरूरतमंदों के लिए बहुत सेवाएं संगठनों ने की। समाज के संगठन आज भी तैयार हैं। यह समय गुजर जाएगा लेकिन हम जितनी मदद जरूरतमंदों की कर सकें बेहतर होगा।
कमला चौधरी, अध्यक्ष, सदभावना सेवा ट्रस्ट
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तेरापंथ महिला मंडल प्रशासन के साथ है। करीब १.३५ लाख रुपए की आर्थिक मदद भी की। हर कोई थम सा गया है। इसे गति देकर आगे बढऩे का समय है।
विमला रांका, अध्यक्ष, तेरापंथ महिला मंडल
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एक सूची तैयार करनी होगी कि किस इंडस्ट्री को क्या जरूरत है। डेटा तैयार होंगे तो रोजगार पाने वाले व देने वालों दोनों को सुविधा होगी। गृहणियों के लिए भी लघु उद्योग खड़े करने होंगे।
राजेन्द्र सिंघवी, अध्यक्ष, महावीर युवक मंडल
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घर में भी आत्मनिर्भर के लिए काम करना होगा। इसकी प्लानिंग बनाई जा सकती है। सरकार ने लॉकडाउन लागू कर अपना काम कर दिया। जरूरत समाज व लोगों के स्तर पर जागरूकता लाने की है।
महावीर चौधरी, चैयरमैन, मेम्बरशिप डवलपमेन्ट कमेटी
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नुकसान बहुत हो गया है। बिजली निगम उद्योगों से जो फिक्स चार्ज ले रहा है, वह स्थगित किया गया, जबकि माफ होना चाहिए। दो महीने से उद्योग बंद हैं।
राजकुमार पोखरना, अध्यक्ष, व्यापार महासंघ
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जैन समाज के कई सिद्धांतों को आज अपनाया जा रहा है, वह जैन समाज पहले ही अपना रहा है। जीओ और जीने दो के संदेश के साथ सबकी भलाई करनी है। कोविड से डरने की नहीं, मुकाबला करने की जरूरत है।
मुकेश कोठारी, समाजसेवी
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डिजिटल क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले दस सालों में भारत सबसे आगे होगा। ऑनलाइन शिक्षा पर जोर दिया जाएगा। ये प्रयास हमने शुरू कर दिए हैं।
संगीता बाबेल, चेयरपर्सन, जीतो लेडीज विंग