सुबह साढ़े छह बजे तनिशा को होश आया। खून से लथपथ हालत में वह पडोसियों के यहां गई। तनिशा को खून से लथपथ देख पड़ोसियों के होश उड़ गए। पड़ोसी आए तो गुलगुल कमरे के बाहर मृत मिली। आसपास खून बिखरा था। पुलिस का मानना है कि कातिल बदला लेने के इरादे से आया था। गुलगुल के शरीर पर चाकू के छह से सात वार के निशान मिले। गुलगुल ने बचाव में चाकू पकड़ा। उसकी हथेली और हाथ पर चाकू के निशान मिले हैं।
पुलिस ने खोजी श्वान डेल्टा को मृतका को सूंघाया। उसके बाद डेल्टा जयपुर-कांकरोली स्टेट हाईवे से होता माताजी का खेड़ा चौराहे तक पहुंचा। रास्ते में डेल्टा ने चुन्नी को खोज निकाला। उस पर खून के धब्बे लगे थे। माना जा रहा है कि कातिल ने वारदात के बाद खून से सने हाथों को चुन्नी से साफ कर फेंक दिया। डेल्टा करीब आधा किमी दूर तक गया।