यहां बतादें कि चार हजार से अधिक की आबादी वाले गोविंदनगर में नालियों का निर्माण नहीं होने से अंतत: लोगों ने अपने-अपने घरों के सामने गड्ढे कर लिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे नपा कार्यालय के अलावा प्रशासन के अन्य अधिकारियों से समस्या का निराकरण कराए जाने के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं। अंतत: लोगों ने खुद ही अपने निजी खर्च पर घरों के बाहर गंदे पानी के निकास के लिए पक्के गड्ढे बना लिए हैं। बावजूद इसके गड्ढों के भर जाने पर उन्हें खाली करने की समस्या अभी भी बनी हुई है।
अशोक नगर व अग्रवाल कॉलोनी में भी बेहाल हैं लोग: ११ हजार से अधिक आबादी वाले अग्रवाल कॉलोनी व अशोकनगर इलाके में लोग जल निकास नहीं होने से आम रास्ते पर स्थाई बन चुके जलभराव और गंदगी के ढेर की सड़ांध से न केवल बेहाल हैं बल्कि मच्छरों की तादात बढऩे से बीमारी का शिकार भी बने रहते हैं। आलम ये है कि आम रास्तों पर कीचड़ के कारण जहां आवागमन मुश्किल हो रहा है वहीं बदबू से घरों में खानपान भी दूभर हो गया है।
आंदोलन के बाद भी नहीं हुआ समस्या का निराकरण : परेशान लोगों ने दो साल पूर्व अटेर रोड पर एकत्र होकर समस्या का निराकरण कराए जाने की मांग लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था लेकिन प्रशासन ने आश्वासन देने के बाद पलटकर सुध नहीं ली। विदित हो कि अशोकनगर गरीब तबका बाहुल्य इलाका है। ऐसे में उनका कहना है कि यदि उनकी समस्या का निराकरण शीघ्र नहीं कराया गया तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
&समस्या को चिह्नित करा लिया गया है। शीघ्र ही उपरोक्त इलाकों में नालियों का निर्माण कराए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कलावती मिहोलिया, अध्यक्ष नगर पालिका भिण्ड