scriptतीन महिलाओं सहित 15 कोरोना से जंग लडक़र पहुंचे घर | 15 women, including three women, came home from Corona to battle | Patrika News

तीन महिलाओं सहित 15 कोरोना से जंग लडक़र पहुंचे घर

locationभिंडPublished: May 31, 2020 11:23:42 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

-स्वस्थ्य होकर घर लौटने पर सीएमएचओ और डॉक्टरों ने किया स्वागत
 

तीन महिलाओं सहित 15 कोरोना से जंग लडक़र पहुंचे घर

तीन महिलाओं सहित 15 कोरोना से जंग लडक़र पहुंचे घर

भिण्ड. विश्वव्यापी और लाइलाज बीमारी होने के बाद भी डॉक्टरों की कड़ी मेहनत से रविवार को तीन महिलाओं समेत 15 ने कोरोना से जंग जीत ली। इससे पहले भी 12 मरीज कोरोना को हराकर घर जा चुके हैं। स्वस्थ्य हुए मरीजों को सीएमएचओ-सिविल सर्जन डॉ. अजीत मिश्रा, डॉ. अनिल गोयल, डॉ. देवेश शर्मा, डॉ. साकार तिवारी ने मरीजों को पुष्पहार पहनाकर घरों को विदा किया तो उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक आए। डिस्चार्ज होते समय सभी कोरोना विजेताओं के चेहरे पर स्वस्थ्य होने की विजय मुस्कान थी। सभी स्वस्थ्य हुए महिला-पुरुषों को 108 व जिला चिकित्सालय के वाहनों से घर की ओर रवाना किया गया। सभी को एक निजी बिजली कंपनी ने डेटॉल हैंडवॉस भी बांटे। डॉक्टरों ने मरीजों से सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने तथा घर जाने के बाद भी बार-बार हाथ धोने की सलाह दी। सरकारी वाहनों से ये मरीज जब घर पहुंचे तो परिजनों और पड़ोसियों ने भी विजेता की तरह स्वागत किया। जिले में अभी तक 56 संक्रमित पाए गए हैं इनमें से 27 को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 29 एक्टिव मरीज और बने हुए हैं। ये सभी हॉटस्पॉट क्षेत्रों से लौटकर आए हैं।
इन्होंने दी कोविड-19 को मात
चतुर्वेदी नगर के मयंक शर्मा, गोहद के अमन, फिरोज खां, मुनव्वर खान, लहार जमुहां के रामनरेश, मोतीपुरा के निर्देश कुमार, आकाश और ममतादेवी, मोरोली मेहगांव की प्रतिभा देवी, मछरिया रौन के रामाऔतार, जामपुरा की कुमारी रजनी, उदय सिंह, धनोली मेहगांव के मुकेश व अजनोल के दिनेश व मोरकुटी अकोडा के विनोद कुमार राठौर ने कोरोना को परास्त किया है।
कथन
हमारी पूरी टीम संक्रमित मरीजों के साथ मेहनत कर उन्हें समुचित इलाज उपलब्ध करवा रही है। हम सभी की दिनचर्या का 24 घंटे ख्याल रखते हैं। उन्हें योग प्राणायाम भी कराते हैं, समय पर भोजन, गर्म पानी, चाय इत्यादि उपलब्ध कराते हैं। इसी का परिणाम है कि अब तक जिला चिकित्सालय से 27 मरीज संक्रमण से मुक्त हुए हैं। हमारे यहां एक भी ऐसा प्रकरण नहीं है जिसे गंभीर कहा जा सके।
-डॉ. अजीत मिश्रा, सीएमएचओ-सिविल सर्जन भिण्ड
सरकारी अस्पताल का नाम सुनते ही डर लगता है, लेकिन यहां आकर ऐसा लगा ही नहीं। डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ ने जिस प्रकार हमारी देखभाल की है उसकी प्रशंसा के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं। संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद हमने सोचा था कि अब भगवान भी नहीं बचा पाएगा।
-प्रतिभा देवी, मौरोली मेहगंाव

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो