उल्लेखनीय है कि गोरमी के वार्ड 04 में संचालित शासकीय कन्या उ”ातर माध्यमिक विद्यालय में 556 छात्राएं अध्यनरत हैं। इनमें से 9वीं की 200 से ’यादा छात्राएं आसपास के गांवों से पढऩे के लिए विद्यालय पहुंचती हैं। शासन के नियमानुसार जो छात्राएं विद्यालय से एक किमी दूर पर रहतीं हैं उन्हें विद्यालय तक पहुंचने के लिए साइकिल वितरण कराई जा रहीं हैं। लेकिन गोरमी के इस विद्यालय में चार से पांच किमी दूरी तय करके आने वाली छात्राओं को भी साइकिल मुहैया नहीं हो पाई है।
विदित हो कि विद्यालय प्राचार्य रामबहादुर सिंह भदौरिया द्वारा न सिर्फ छात्राओं के पैदल चार से पांच किमी दूरी तय कर विद्यालय पहुंचने की समस्या से बल्कि मध्याह्न भोजन वितरण नहीं किए जाने के बारे में भी विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया है। बावजूद इसके अभी तक बालिकाओं को न तो साइकिल मिल पाई हैं और ना ही उन्हें मध्याह्न भोजन दिया जा रहा है।
पुस्तकें भी नहीं कराई उपलब्ध
यहां बतादें कि विद्यालय में अधिकांशत: गरीब तबके की बेटियां अध्ययनरत हैं। ऐसे में उन्हें पाठ्य पुस्तकें भी नि:शुल्क मुहैया नहीं कराई जा रही हैं। इतना ही नहीं सरकार की ओर से दिया जाने वाला गणवेश भी छात्राओं को नहीं दिया जा रहा है। छात्रा नेहा, अंजली, रौनक, शिवनी, गीता सहित दो दर्जन से अधिक छात्राओं ने सामूहिक रूप से शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी शिकायत की लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला है।
यहां बतादें कि विद्यालय में अधिकांशत: गरीब तबके की बेटियां अध्ययनरत हैं। ऐसे में उन्हें पाठ्य पुस्तकें भी नि:शुल्क मुहैया नहीं कराई जा रही हैं। इतना ही नहीं सरकार की ओर से दिया जाने वाला गणवेश भी छात्राओं को नहीं दिया जा रहा है। छात्रा नेहा, अंजली, रौनक, शिवनी, गीता सहित दो दर्जन से अधिक छात्राओं ने सामूहिक रूप से शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी शिकायत की लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला है।
-मैं चपरा गांव से रोज पैदल स्कूल जाती हूं। स्कूल आने और जाने में रोज दो घंटे व्यय हो रहे हैं। जबकि चार घंटे स्कूल में पढ़ाई के लिए होते हैं। ऐसे में पूरा दिन लग जाता है। घर पर पढ़ाई के लिए वक्त नहीं मिल पाता।
अलका पुत्री मुकुट सिंह, छात्रा कक्षा 09 -कभी पिता व भाई स्कूल छोड़ आते हैं लेकिन रोज उन्हें भी समय नहीं मिल पाता। घर पहुंचने के दौरान बेहद भूख लग रही होती है। क्यों कि पूरो छह घंटे हो जाते हैं घर से निकले हुए। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
आरती पुत्री कल्याण सिंह, छात्रा कक्षा 09 सभी सुविधाएं मिलेंगी -यदि इस तरह की समस्या है तो हम दिखवाएंगे। छात्राओं को वह सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो शासन द्वारा मुहैया कराई जा रहीं हैं।
हरिभुवन सिंह तोमर, जिला शिक्षा अधिकारी भिण्ड