मंदिर की जमीन को मुक्त कराने के लिए बौरेश्वर विकास समिति की ओर से करीब एक साल पहले हाईकोर्ट की ग्वालियर पीठ में याचिका दायिर की गई थी। मई 2018 में हाईकोर्ट ने तहसीलदार अटेर को जमीन मुक्त कराने के आदेश दिए। कार्रवाई के दौरान ही नवंबर में अतिक्रमणकारियों ने मंदिर की जमीन पर सरसों की फसल बोई थी। फसल पक जाने के बाद कुछ ने तो कटाई की तैयारी भी शुरू कर दी थी। उधर प्रशासन ने जमीन को चिह्नित करने तथा सीमांकन का कार्य दिसंबर-जनवरी मेंं पूरा किया और रविवार से फसल की कटाई शुरू कर दी है। एसडीएम की ओर से जारी आदेश में फसल कटवाकर खलियान में रखवाने तथा फसल बेचकर पैसा तहसील के खजाने में जमा कराने तक की जिम्मेदारी संबंधित हल्का पटवारियों को सौंपी है। 8वीं सदी में गुप्त कालीन शैली मेंंं निर्मित इस मंंदिर में दुर्लभ शिवलिंग स्थापित है। 60-70 मजदूर लगाकर रविवार को क्षेत्र के परा, दुल्हागन, भगवंतपुरा, उदन्नखेड़ा, बरका पुरा, सकराया, कमई, मनेपुरा, गजना, भगतुआपुरा में कटाई शुरू कर दी है। कटाई का काम पूरा करने में ही अभी 10 दिनों का समय लग सकता है। अतिक्रमणकारियों ने खेतों पर ही अस्थाई आवास व शौचालयों का भी निर्माण करा लिया था। यह माफी औकाफ मेंं दर्ज है इस दृष्टि से जमीन पर सरकार का स्वामित्व है। अधिकारियों की उदासीनता से ही अतिक्रमणकारी जमीन पर कब्जा करने में सफल हुए हंै।
20 लाख से अधिक क ी फसल होती है हरसाल पैदा, फिर भी भक्तों के भरोसे भगवान : मुक्त कराई जा रही 250 बीघा उपजाऊ जमीन पर हर साल 20 से 22 लाख की फसल पैदा होने के बाद भी भगवान भोलेनाथ सालों से भक्तों के भरोसे है। भोग और मोरछठ तथा सावन में लगने वाले मेले की व्यवस्था भी भक्तों के द्वारा ही की जाती है। स्थानीय लोगोंं का कहना है कि बौरेश्वर मंदिर से करीब 450 बीघा जमीन लगी थी जो क्षेत्र के 92 गंावों में फैली हुई थी। प्रशासन को 200 बीघा जमीन का और पता लगाना चाहिए।
हाईकोर्ट के आदेश पर फसल की कटाई शुरू कराई गई है। 60-70 मजदूरों को लगाया गया है। कम से कम 10 दिनों का समय लग सकता है। जब तक फसल बिक नहीं जाती तब तक पटवारी और पुलिस बल तैनात रहेगा। पूरा पैसा तहसील में जमा कराया जाएगा।
सिद्धार्थ पटेल एसडीएम अटेर कुछ गांवों में अतिक्रमणकारियों ने कटाई का विरोध करने का प्रयास किया था लेकिन पुलिस बल तैनात होने से उनके मंशूबों पर पानी फिर गया। यदि किसी ने विरोध करने का प्रयास किया तो एफआईआर दर्ज की जाएगी। दिन चाहे कितने लग जाएं, सुरक्षा में पुलिस बल तैनात रहेगा।
आशुतोष शर्मा उपनिरीक्षक थाना फूप