गत वर्ष दीपावली पर्व से पहले नपं ने 300 विद्युत पोलों पर हाईमास्क तथा हैलोजन लाइटें लगवाने पर 9 लाख रुपए खर्च किए थे। इसके बाद 2 लाख के 200 बल्व भी विभिन्न स्थानों पर लगवाए थे, लेकिन वर्तमान में त्न से अधिक स्ट्रीट लाइटें दुरूपयोग के कारण अथवा बिजली के हाई लो बोल्टेज से फुंक गई है। 30 फीसदी लाइटें समाजकंटक चोरी कर ले गए हैं। कस्बे में लाइटों की संख्या दो गुना से अधिक 650 हो गई है। यदि सभी पर हैलोजन या हाईमास्क लगाई जाए तो नपं 20 लाख रुपए चाहिए। इनमें से 18 लाख की लाइटें आएंगी और 2 लाख एसेसरी पर खर्च करने पड़ सकते हंै।आर्थिक संकट से जूझ रही नप के पास इतने बजट की व्यवस्था न होने के कारण इस बार दीपावली पर अंधेरा रहने की आशंका बनी हुई है।
स्थानीय लोगोंं के प्रेसर को देखते हुए नपा अंंधेरे से मुक्ति दिलाने के लिए सभी 600 विद्युत पोलो पर एलईडी बल्व लगाने की योजना तैयार कर रही है। नप द्वारा कराए गए आंकलन के अनुसार बल्व लगाने पर करीब 60 हजार का खर्चा आ रहा है। बल्व दीपावली के सिर्फ दो दिन पहले ही लगाए जाएंगे। ताकि फुंके नहीं।
टैक्स देने के बाद भी नहीं मिलती सुविधा -नपं टैक्स वसूल कर रही है लेकिन उसे सुविधाओंं की कोई परवाह नहीं है। कस्बे में दिन ढलने के बाद किसी भी मोहल्ले में चले जाओ रोशनी के लिए मोबाइल का सहारा लेना पडेगा।
किशोरसिंह भदौरिया नागरिक -गत साल ही 10 लाख से ’यादा की स्ट्रीट लाइटें लगाई थी। इनमें से कुछ को तो चोर चोरी कर ले गए और कुछ फु क चुकी है।अब तो पोलों की संख्या भी बढ़ गई है। रोशनी के लिए 20 लाख चाहिए। नप के पास इतना बजट इस बार है नहीं।
संतोष शर्मा अध्यक्ष नप फूप