scriptपानी के लिए घेरा नपाध्यक्ष का घर | 80 thousand populations are battling severe drinking water | Patrika News

पानी के लिए घेरा नपाध्यक्ष का घर

locationभिंडPublished: Jun 15, 2019 11:19:54 pm

Submitted by:

Rajeev Goswami

123 करोड़ की नल जल योजना का शिलान्यास कराकर भूली नगर पालिका

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पानी के लिए घेरा नपाध्यक्ष का घर

गोहद. गोहद शहर की लगभग 80 हजार आबादी इन दिनों भीषण पेयजल संकट से जूझ रही है। नगर पालिका हर वार्ड में पानी के टेंकर भिजवा रही है पर वे रसूखदार लोगों को उपकृत कर रहे हैं, आम गरीब आदमी को उनसे पानी नहीं मिल पा रहा है। अधिकांश हैंडपंप सूखे पड़े हैं, वहीं वार्डों में रखवाई गई प्लास्टिक की पानी की टंकियोंं में भी नियमित रूप से पानी नहीं भरवाया जा रहा है। शनिवार को सुबह 8 बजे वार्ड नंबर एक की महिलाएं नगर पालिका अध्यक्ष भीकमप्रसाद कौशल के घर पर पहुंची व नारेबाजी करते हुए उनका घेराव किया।
महिलाओं का आरोप था कि उनके वार्ड में पेयजल टेंकर नहीं भेजे जा रहे। टेंंकर चहेतों के यहां खाली कराए जा रहे हैं, जिससे आम जनता पेयजल से वंचित हो रही है। नपाध्यक्ष द्वारा उनकी समस्या के शीघ्र हल का आश्वासन दिए जाने पर महिलाएं एक घंटे बाद वहां से वापस हुईं। नगर की पेयजल समस्या के स्थायी हल के लिए नपा के प्रस्ताव पर शासन ने 123.00 करोड़ की नई जलावर्धन योजना मंजूर की है जिसके तहत गोहद नगर में मुरैना के पिलुआ डैम से पाइप लाइनों के जरिए पानी लाया जाना था और शहर में 10 पानी की नई उ”ास्तरीय टंकियां, एक वाटर फिल्टरेशन प्लांट के निर्माण सहित लगभग 300 किलेामीटर लंबी पाइप लाइनें बिछाई जाना थीं। गत वर्ष जून 2018 में तत्कालीन भाजपा विधायक लालसिंह आर्य की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा उसका ई-शिलान्यास भी किया जा चुका है। पर एक साल गुजर जाने के बाद भी इसका निर्माण शुरू नहीं हुआ है।
गोहद में 450 हैंण्डपंप लेकिन सभी सूखे

गोहद शहर में 450 हैंडपंप हैं, जिनमें से 95 प्रतिशत सूखे पड़े हैं। कुछ में खारापानी आता है कुछ का जलस्तर नीचे चले जाने से सूख गए हैं। 4 पानी की उ”ास्तरीय आरसीसी की टंकियां हैं जो बेसली डैम के पानी से भरी जाती थीं, पर डैम का पानी प्रदूषित होने से इस्तेमाल नहीं हो रहा है। पिछले कई साल से नगर पेयजल संकट झेल रहा है। नपा का दावा है कि उसके द्वारा सभी 18 वार्डों में पानी पहुंचाने के लिए 40 से अधिक टैंकर लगाए गए हैं। प्रत्येक वार्ड को प्रतिदिन 10 टैंकर पानी सप्लाई की व्यवस्था है। वार्डों में 2000 लीटर क्षमता की लगभग 40 से ’यादा प्लास्टिक की टंकियां भी रखवाई गई हैं, जिनको टैंकरों से सुबह शाम भरा जाता है। नगर पालिका इस कार्य पर हर साल ग्रीष्मकाल में तकरीबन दो करोड़ रुपए खर्च करती है लेकिन हकीकत इससे उल्टी है। अधिकांश वार्डों की पानी की टंकियां कई-कई दिनों तक नहीं भरी जातीं, तमाम गरीब बस्तियों में तो पानी के टैंकर ही नहीं पहुंचते। टैंकरों को बाहुवली व रसूखदार लोग जबरन अपने यहां खाली करवा लेते हैं।
&गोहद नगर में पेयजल का बड़ा संकट है जिसके हल के लिए मैंने मप्र सरकार से 123 करोड़ रुपए की नल जल योजना को मंजूरी दिलाई थी। इसके टेण्डर भी हो गए थे पर अब मैं सरकार में नहीं हूं। भोपाल में कांग्रेस सरकार से योजना को शीघ्र चालू कराने को कहेंगे।
लालसिंह आर्य, तत्कालीन विधायक एवं पूर्व मंत्री मप्र शासन

123 करोड़ की नई नलजल योजना का चुनावी लाभ लेने के लिए भाजपा सरकार ने शिलान्यास करवाया था। इसके

शीघ्र निर्माण की पहल करेंगे। नगर में 10 नए पेयजल नलकूपों का खनन भी जल्द कराया जाएगा। नपा हर वार्ड में पानी के टेंकर भिजवा रही है।
रणवीरसिंह जाटव, विधायक गोहद।

जिन वार्डों में टेंकर न पहुंचने की शिकायतें हैं उनका स्वयं निरीक्षण करूंगा। पिन प्वाइंट शिकायत पर संबंधित टेंकर चालक व जल प्रभारी के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
भीकम प्रसाद कौशल, अध्यक्ष नपा गोहद।

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