script62 रुपए में खरीदी नपा ने एक बोतल तेजाब | A bottle of acid purchased in 62 rupees | Patrika News

62 रुपए में खरीदी नपा ने एक बोतल तेजाब

locationभिंडPublished: Dec 12, 2017 11:31:09 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

भिण्ड. 10 रुपए की बाजारू दर वाला टॉयलेट क्लीनर भिण्ड नगर पालिका न केवल 62 रुपए में खरीद रही है बल्कि इसकी खरीदी भी किसी केमीकल बेचने वाले लायसेंसी दुक

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भिण्ड. 10 रुपए की बाजारू दर वाला टॉयलेट क्लीनर भिण्ड नगर पालिका न केवल 62 रुपए में खरीद रही है बल्कि इसकी खरीदी भी किसी केमीकल बेचने वाले लायसेंसी दुकानदार की बजाय चहेतों को उपकृत करने के लिए एक प्रिंटिंग प्रेस से खरीद रही है। इस अवैध खरीदी से नगर पालिका को हर वर्ष लगभग एक लाख रुपए की चपत लग रही है। है
रानी की बात यह है कि ये टॉयलेट क्लीनर किसी पॉपूलर ब्राण्ड का न होकर बेहद घटिया तथा स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया है। नपा के भाजपा पार्षद अनूप पांडेय के हाथ लगे टॉइलेट क्लीनर की खरीदी से संबंधित दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ है।
यदि गुणवत्ता युक्त टॉयलेट क्लीनर क्रय किया गया होता तो नगर पालिका को उसके लिए मात्र 16 हजार 800 रुपए ही खर्च करने पड़ते, जबकि नकली टॉयलेट क्लीनर की खरीदी में नपा ने लगभग एक साल में एक लाख चार हजार 16 रुपए खर्च कर दिए हैं।
140 बोतल 62 रुपए प्रति की दर से की खरीद

ग्वालियर की एक कैमीकल्स कंपनी के नाम के रैपर लगे गुणवत्ताहीन टॉयलेट क्लीनर की 140 बोतल 62 रुपए प्रति बोतल की दर से क्रय की गईं हैं। बोतलों की खरीदी शहर के पब्लिक टॉयलेट्स की सफाई के लिए प्रति माह की जाती है। यह अलग बात है कि स्वच्छता कर्मी कभी इसका इस्तेमाल सफाई में करते नजर नहीं आते। जनवरी 2017 से दिसंबर तक कुल 1680 बोतलें क्रय की गईं हैं, जिनका नपा की ओर से 62 रुपए प्रति बोतल की दर से भुगतान किया गया है। टॉयलेट क्लीनर की सप्लाई भिण्ड शहर के बजरिया बाजार कटरा मोहल्ला में स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस द्वारा की गई है, जबकि इसे किसी रसायन सामग्री बेचने वाली लायसेंसी फर्म से क्रय किया जाना चाहिए था।
टॉयलेट क्लीनर से साफ नहीं होती शौचालय की गंदगी

क्रय किया गया टॉयलेट क्लीनर इतना गुणवत्ताहीन है कि उससे शौचालय की गंदगी साफ नहीं होती। सफाईकर्मियों की मानें तो बोतलों में सादा पानी भरकर उसे टॉयलेट क्लीनर का नाम दे दिया गया है। बेहद मामूली मात्रा में उसमें एसिड मिलाया गया है। हर माह होने वाली इस खरीदी में हो रहे भ्रष्टाचार व अनियमितताओं पर नगर पालिका के किसी अधिकारी की नजर नहीं है। नियमानुसार किसी सामग्री को प्राप्त करते वक्त ही उसकी गुणवत्ता व मात्रा का भौतिक सत्यापन व जांच की जाती है, लेकिन नगर पालिका ने इस घटिया टायलेट क्लीनर को आंख बंद करके खरीद रही है। बताना मुनासिब है कि बाजार में फेरी वाले टायलेट क्लीनर की बोतल को 10 रुपए प्रति बोतल के भाव से बेचते हैं और यदि चार या पांच बोतलें एक साथ खरीदी जाएं तो वे उनके दाम पांच से सात रुपए भी लगा देते हैं। नगर पालिका इनकी अनाप शनाप कीमत चुका रही है जिससे शासन को लाखों रुपए की चपत लगा रही है।
सीधी बातकलावती मिहोलिया, नपा अध्यक्ष, भिण्ड

पत्रिका- आम तौर पर 10 रुपए में मिलने वाले टॉयलेट क्लीनर को ६२ रुपए की दर से क्रय किया गया है कैसे?

अध्यक्ष- मुझे इसकी जानकारी नहीं है आप कह रहे हैं तो जानकारी लेकर जांच कराएंगे।
पत्रिका- क्या बिना टेंडर बुलाए भी खरीदारी कर ली जाती है ï?

अध्यक्ष- नहीं ऐसा नहीं है। टेण्डर कोटेशन तो बुलाए ही जाते हैं।

पत्रिका- आप अध्यक्ष हंै और खरीदी की जानकारी नहीं है। ये क्या बात हुई ?
अध्यक्ष- इतनी बड़ी नगर पालिका है, हर चीज की जानकारी रख पाना पॉसिबल नहीं हो पाता।

पत्रिका- तो अब आगे क्या कार्यवाही की जाएगी आप की ओर से ?

अध्यक्ष- हम जांच कराएंगे और दोषी पाए जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
&मुझे आपने अवगत कराया है इस समस्या को संज्ञान में लेकर जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।

जेएन पारा, सीएमओ नगर पालिका परिषद भिण्ड

&नगर पालिका में खरीदी में बड़़ा गोलमाल हो रहा है। घटिया टायलेट क्लीनर प्रिंटिंग प्रेस से खरीदी जा रही है, जिससे नपा को लाखों की चपत लग रही है।
अनूप पाण्डेय, पार्षद नगर पालिका परिषद भिण्ड

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