बता दें कि पुलिस नियंत्रण कक्ष में तैनात ऑपरेटर रामनिवास धाकड़ के पास ग्रामीणों का कॉल पहुंचा जिसमें बताया गया कि एक नवजात बच्चा जीवित अवस्था में मुक्तिधाम के निकट जंगल में पड़ा है। ऐसे में एफआरव्ही क्रमांक 13 को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। एफआरव्ही आरक्षक मातवर सिंह व चालक जितेंद्र शर्मा ने मौके पर पहुंचकर नवजात को सुपुर्दगी में लिया तथा गोहद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां से उसे जिला अस्पताल ले जाया गया।
स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो कोई अज्ञात महिला अलसुबह करीब 3.30 बजे से 4 बजे के बीच नवजात को कपड़े में लिपटी हुई अवस्था में जंगल में छोड गई। सुबह निकले ग्रामीणों ने जब बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो वह उस ओर बढ़ गए। मुक्तिधाम के निकट ही झाड़ी के पास नवजात पड़ा हुआ था।