शनिवार सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन दोबारा शुरू कर दिया गया है। ये नाव हादसा नयागांव थाना इलाके में हुआ. सूचना के बाद भिंड अनुविभाग और लहार अनुविभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे। बाद में जिले के कलेक्टर-एसपी भी मौके पर पहुंचे। शनिवार सुबह सात बजे से टीम ने लापता बच्चों की दोबारा तलाश शुरू कर दी।
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लोगों ने बताया कि जब नदी की बीच धार में नाव पहुंची तो उसमें पानी भरने लगा, जिससे घबराकर सभी लोग खड़े हो गए। ऐसे में नाव असंतुलित होकर पलट गई और नदी में समा गई। हादसे की वजह टूटी-फूटी व जर्जर नाव को बताया जा रहा है, जिसमें क्षमता से ज्यादा लोग भी सवार थे।
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हालांकि पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत सक्रिय हुई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु कर दिया. देर रात 12 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. कुल 14 सवारों में से 12 लोगों को बचा लिया गया.
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लेकिन दो बच्चे नदी में डूब गए। नाव में सवार द्रोपदी पुत्री सुखेड़ी बघेल निवासी हिलगवां रौन, ओम पुत्र सुभाष बघेल निवासी मिर्जापुर (UP) लापता है।
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घबराकर लगाए जयकारे…
हादसे के शिकार ग्रामीण सिंध के दूसरे छोर पर भंडारा खाने गए थे। वहां से वापस आते समय ये हादसा हो गया। नाव में सवार लोगों ने बताया कि बीच धार में आते ही नाव में पानी भरने लगा था। सभी घबराकर नाव में खड़े हो गए और बच्चे घबराकर जयकारा लगाने लगे।
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नाव डगमगाते हुए पलट गई और नदी में डूब गई- तभी नाव डगमगाते हुए पलट गई और नदी में डूब गई। नाव में सवार लोगों ने बताया कि इस टूटी-फूटी नाव को बांस के सहारे चलाया जा रहा था।