मई 2022 के दूसरे सप्ताह में इसके पूरा होने की संभावना है। जून के अंत तक किताबें छपकर आ जाएंगी। क्योंकि जुलाई आरंभ में ही सेकंड ईयर की पढ़ाई चालू हो जाएगी। वहीं जून 2022 में प्रथम वर्ष की परीक्षाएं होंगी।
अब 10 नए विषय जुड़ जाएंगे कोर्स में
बताया जा रहा है कि नया पाठ्यक्रम पहले से काफी अलग होगा। इसमें स्किल ओरिएंटेड बिंदुओं का समावेश किया जाएगा। दस नए वोकेशनल विषय भी इसमें जोड़े जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति के पहले वर्ष में 49 वोकेशनल विषयों में से 25 को लागू किया गया था। उन्ही विषयों का पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। अब 10 नए विषय जुड़ जाएंगे।
नई शिक्षा नीति पीजी में भी लागू होगी नई शिक्षा नीति पीजी में भी लागू होगी। वर्ष 2023 में फाइनल का सिलेबस भी बदला जाएगा। वर्ष 2024 में इसे एमए, एम कॉम, एमएससी जैसे पीजी कोर्सेस में लागू किया जाएगा। फर्स्ट ईयर में नई शिक्षा नीति लागू होने पर जो खामियां रह गई थी उन्हें दूर किया जाएगा।
इसके लिए एक कमेटी भी बनाई जा रही है। पीजी में दो साल का मास्टर्स होगा। यह उनके लिए होगा जिन्होने तीन साल का डिग्री कोर्स किया है। चार साल का कोर्स यानी ऑनर्स जो रिसर्च के छात्रों के लिए होगा। ये छात्र एक साल का मस्टर्स कोर्स अलग से कर सकेंगे।
नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम बदले जा रहे हैं। सिलेबस लगभग पूरी तरह बदला हुआ मिलेगा। छात्रों के हित में पाठ्यक्रम रहेगा।
- डॉ अनूप श्रीवास्तव, प्राचार्य शासकीय एमजेएस महाविद्यालय भिण्ड