उल्लेखनीय है कि मई माह से लेकर जुलाई तक दोनों ही वार्ड के करीब ४०० से अधिक उपभोक्ताओं को चना वितरित नहीं किया जा रहा है। उपभोक्ता भण्डार से गेहूं, नमक व बाजरा के अलावा अन्य सामग्री वितरित नहीं की जा रही है।
गरीब तबके के कार्ड धारकों ने बताया कि किसी के द्वारा यदि उचित मूल्य की दुकान की जा रही मनमानी की शिकायत करने का प्रयास किए जाने पर उसे वितरक द्वारा डराया और धमकाया जाता है।
प्रतिमाह किया जा रहा 1400 से 1500 क्विंटल चने का उठाव : विदित हो कि उपभोक्ता भण्डार द्वारा प्रतिमाह 1400 से 1500 क्विंटल चने का उठाव किया जा रहा है। चिंतनीय विषय ये है कि इतनी मात्रा में आने वाला चना यदि उपभोक्ताओं में वितरित नहीं किया जा रहा है तो फिर उसे कहां खपाया जा रहा है। करीब 84 लाख रुपए का चना प्रतिमाह कालाबाजारी की भेंट चढ़ रहा है।
गौरतलब है कि उपभोक्ता भण्डार पर 27 रुपए किलो की दर से चना प्रदान किया जा रहा है जबकि बाजार में इसकी कीमत 60 रुपए किलो है। लिहाजा 33 रुपए प्रति किलो की मुनाफा के लिए वितरकों द्वारा गरीब परिवारों के हिस्से का चना व्यापारियों को बेचा जा रहा है।
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई -यदि उपभोक्ता भण्डार पर गड़बड़ी की जा रही है तो औचक निरीक्षण कर जांच करेंगे। शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित वितरक के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
एसपी कुशवाह, खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी भिण्ड -लंबे समय से उपभोक्ता भण्डार पर चना नहीं बांटा जा रहा है। बहाना बनाकर टाला जा रहा है। परेशान होकर अब मांगना ही बंद कर दिया है।
जीनत बेगम, राधा कॉलोनी भिण्ड -सहकारी उपभोक्ता भण्डार पर गेहूं, बाजरा और नमक ही दिया जा रहा जबकि अन्य सामग्री मांगने पर कहा जाता है कि अभी सामग्री आई ही नहीं है। इरशाद बेग, वार्ड क्रमांक 19 भिण्ड
-चना का वितरण उपभोक्ताओं को बीते तीन माह से नहीं किया गया है। गेहूं, बाजरा व नमक भी अभी तक जुलाई माह का नहीं मिला है। दिलशाद खान, हाट बाजार भिण्ड