यहां बता दें कि मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन के साथ ही जहां शहर के व्यापारियों के खराब दिन शुरू हो गए थे। वहीं जिलेभर के आमलोगों की कमाई पर भी बेहद विपरीत प्रभाव पड़ रहा था। जिसके चलते व्यापारियों ने आशंका जताई थी कि इस वर्ष पूरे समय व्यापार में मंदी का असर रहेगा, लेकिन नवरात्र और दशहरा के दौरान बाजार में जिस तरह का व्यवसाय हुआ। उससे व्यापारियों को कुछ अच्छे संकेत मिलने लगे थे। शहर के सदर बाजार में सोनू गारमेंट्स की दुकान पर कपड़ों की बिक्री में लगे सोनू सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते त्योहार के साथ ही विवाह सीजन भी प्रभावित हो रहा था, लेकिन दशहरे पर हुए व्यापार ने लोगों में उम्मीद जगा दी थी। जिसके बाद अब दीपावली के लिए नए कपड़ों की खरीददारी में भी अच्छी खासी बढ़त देखने को मिल रही है। वहीं मेन सन्स टेलर की दुकान कपड़ों की सिलाई में लगे टेलर ने बताया कि कुछ समय पहले तक तो ग्राहकों में काफ ी कमी हो रही थी। वहीं इस बार लग रहा था कि काम मिलने में कमी आएगी, लेकिन त्योहार के नजदीक आते आते दिन प्रतिदिन काम बढ़ता जा रहा है।
किसानों पर निर्भर करता है भिण्ड का बाजार
यहां बता दें कि जिले की अधिकांश आबादी का मुख्य व्यवसाय कृषि है। जिसके चलते यहां के बाजार में सबसे अधिक खरीददार कृषक ही हैं। बीते 6-7 माह से चल रहे लॉकडाउन की वजह से किसान गांव से निकलने में झिझक रहे थे, लेकिन लॉकडाउन में धीर धीरे मिल रही छूट एवं त्योहार को देखते हुए किसान परिवारों ने जैसे ही गांवों से बाहर निकलना शुरू किया है। वैसे ही बाजारों में रौनक दिखनी शुरू हो गई है। किसानों की आर्थिक मजबूती ही जिले के बाजार को मजबूती देती है और इसी के चलते बाजार में व्यापारियों की स्थिति भी बेहतर होती जा रही है।
6 माह से दुकानों पर सूनसान छाई हुई थी, लेकिन नवरात्र शुरू होने के बाद से व्यापार का माहौल बेहतर होता जा रहा है। वहीं दिपावली नजदीक आने के साथ और भी बेहतर होने के आसार है।
वसीम खान, मेन संस टेलर
वसीम खान, मेन संस टेलर
रेडीमेड गारमेंट्स में बिक्री पहले कुछ धीमी थी, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों से जैसे ही लोग निकलना शुरू हुए है। वैसे ही बाजार में की गति भी बढ़ती जा रही है।
सोनू सिंह, सोनू गारमेंट्स
सोनू सिंह, सोनू गारमेंट्स