600 से अधिक मजदूरों को मिला काम
लॉकडाउन में मजदूरों को रोजगार नहीं मिलने से उनके घरों का चूल्हा जल पाना मुश्किल हो रहा था। विभाग द्वारा 150 नवीन और पूर्व में स्वीकृत निर्माण कार्य शुरू कराए गए हैं। इन कार्याे में गांव के 600 से अधिक मजदूरों को रोजगार मिला हुआ है। कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा है। मजदूर मास्क पहनकर कार्य कर रहे हैं। कार्य स्थल पर बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन व पानी की भी व्यवस्था की गई है।
लॉकडाउन में मजदूरों को रोजगार नहीं मिलने से उनके घरों का चूल्हा जल पाना मुश्किल हो रहा था। विभाग द्वारा 150 नवीन और पूर्व में स्वीकृत निर्माण कार्य शुरू कराए गए हैं। इन कार्याे में गांव के 600 से अधिक मजदूरों को रोजगार मिला हुआ है। कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा है। मजदूर मास्क पहनकर कार्य कर रहे हैं। कार्य स्थल पर बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन व पानी की भी व्यवस्था की गई है।
कथन
ये ऐसा समय है जब स्कूल बंद है, मजदूरों को भी काम की तलाश है। शासन के निर्देश पर काम शुरू किए गए हैं। काम शुरू होने से जरूरतमंदों का फायदा भी हो रहा है। नालीपुरा के शौचालय को केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। इससे हमारा उत्साह और भी बढ़ गया है।
ये ऐसा समय है जब स्कूल बंद है, मजदूरों को भी काम की तलाश है। शासन के निर्देश पर काम शुरू किए गए हैं। काम शुरू होने से जरूरतमंदों का फायदा भी हो रहा है। नालीपुरा के शौचालय को केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। इससे हमारा उत्साह और भी बढ़ गया है।
-रविशंकर शर्मा, सहायक यंत्री जिला शिक्षा केंद्र भिण्ड शौचालय का निर्माण कार्य कराने के लिए शासन की ओर से 1.30 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। बेहतर काम कराने और सामान लगाने में पैसे कम पड़ रहे थे। हमने 10 हजार रुपए अपने वेतन से दिए है।
-प्रदीप शर्मा, प्रधानाध्यापक माध्यमिक नालीपुरा