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संक्रमण काल में हो रहा स्कूल भवनों का रंग रोगन

locationभिंडPublished: May 25, 2020 11:16:40 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

नालीपुरा में बनाया शौचालय केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में किया स्वीकार
 

संक्रमण काल में हो रहा स्कूल भवनों का रंग रोगन

संक्रमण काल में हो रहा स्कूल भवनों का रंग रोगन

भिण्ड. कोविड-19 के प्रकोप के चलते छ़ुट्टियों का फायदा उठाकर शिक्षा विभाग स्कूल भवनों का रंग रोगन करने में जुटा है, वहीं नवीन स्वीकृत भवनों का निर्माण कार्य भी चल रहा है। माध्यमिक नालीपुरा में बनाए गए शौचालय को केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। जल्दी ही केंद्र और राज्य शिक्षा केंद्र का दल निरीक्षण करने आएगा।
लॉकडाउन के दौरान ही स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार देने तथा बुनियादी सुविधाएं जुटाने के लिए शिक्षा विभाग ने 50 लाख से अधिक की लागत के 39 शौचालय स्वीकृत किए थे। इनमें से 33 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। 15 दिन पहले ही माध्यमिक नालीपुरा में बनकर तैयार हुए शौचालय के फोटो दिल्ली और भोपाल भेजे गए थे। केंद्रीय मानव संशाधन विभाग ने फोटो के आधार पर इस शौचालय को मॉडल के रूप मेंं स्वीकार किया है। जिला शिक्षा केंद्र के एई रविशंकर शर्मा की पहल पर प्रधानाचार्य ने अपने पास से 10 हजार रुपए खर्च कर शौचालय को मॉडल रूप में बनाया है। शौचालय निर्माण के लिए शासन से 1.30 लाख की राशि आई थी। लॉकडाउन के दौरान एक सैकड़ा से अधिक स्कूल भवनों का रंग रोगन किया जा चुका है। बरसात के दौरान ग्रामीणों के सहयोग से स्कूल परिसरों में पौधारोपण की योजना भी तैयार की जा रही है।
600 से अधिक मजदूरों को मिला काम
लॉकडाउन में मजदूरों को रोजगार नहीं मिलने से उनके घरों का चूल्हा जल पाना मुश्किल हो रहा था। विभाग द्वारा 150 नवीन और पूर्व में स्वीकृत निर्माण कार्य शुरू कराए गए हैं। इन कार्याे में गांव के 600 से अधिक मजदूरों को रोजगार मिला हुआ है। कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा है। मजदूर मास्क पहनकर कार्य कर रहे हैं। कार्य स्थल पर बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन व पानी की भी व्यवस्था की गई है।
कथन
ये ऐसा समय है जब स्कूल बंद है, मजदूरों को भी काम की तलाश है। शासन के निर्देश पर काम शुरू किए गए हैं। काम शुरू होने से जरूरतमंदों का फायदा भी हो रहा है। नालीपुरा के शौचालय को केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। इससे हमारा उत्साह और भी बढ़ गया है।
-रविशंकर शर्मा, सहायक यंत्री जिला शिक्षा केंद्र भिण्ड

शौचालय का निर्माण कार्य कराने के लिए शासन की ओर से 1.30 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। बेहतर काम कराने और सामान लगाने में पैसे कम पड़ रहे थे। हमने 10 हजार रुपए अपने वेतन से दिए है।
-प्रदीप शर्मा, प्रधानाध्यापक माध्यमिक नालीपुरा

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