प्यास बुझाने पानी में उतरा, खींच ले गई 'मौत'
अटेर क्षेत्र के आकोन में चंबल नदी किनारे बकरियां चरा रहे 55 वर्षीय व्यक्ति को उस समय मगरमच्छ खींच ले गया जब चरवाहा प्यास लगने पर नदी के किनारे पर बैठकर पानी पी रहा था। हादसा शुक्रवार दोपहर का है। मगरमच्छ के हमले के उपरांत स्थानीय ग्रामीणों ने चंबल से चरवाहे के शव को बाहर निकाला। जानकारी के अनुसार भीमसेन यादव पुत्र देशराज सिंह यादव रोज की तरह दोपहर के वक्त अपनी बकरियां चरा रहे थे। ऐसे में उन्हें प्यास महसूस होने पर वह चंबल नदी में पानी पीने के लिए गए तभी मगरमच्छ ने झपट्टा मारा और जबड़े में उन्हें जबड़े में दबाकर नदी में खींच ले गया। जिस वक्त ये घटना हुआ आसपास और भी मौजूद लोग थे जिन्होंने शोर मचाया तो मगरमच्छ कुछ दूरी पर भीमसेन को छोड़कर नदी में भाग गया। तुरंत लोग एकत्रित होकर नदी में उतरे और भीमसेन का बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
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गरीबी से जूझ रहा है भीमसेन का परिवार
बताया गया है कि भीमसेन का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। भीमसेन बकरी पालन कर अपने सात सदस्यीय परिवार का लालन पालन कर रहा था। उसके तीन बेटे व दो जवान बेटियां हैं। उसकी मौत के बाद परिवार पर न सिर्फ आजीविका का बल्कि बेटियों के विवाह का संकट भी उत्पन्न हो गया है। उधर घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की विवेचना शुरु की।