मौसम की दगाबाजी से सबसे ज्यादा चिंतित किसान
बुधवार को सुबह मौसम साफ था। करीब 10.30 बजे तक तेज धूप निकली। करीब 11 बजे आसमान में बादलों की चहलकदमी शुरू हो गई। 1 बजे अचानक बरसात शुरू हो गई। करीब 30 मिनट तक झमाझम बारिश के बाद ढाई बजे तक रिमझिम बरसात होती रही। रात 8.30 बजे तक आसमान में घने काले बादल छाए हुए थे। मौसम की दगाबाजी से सबसे ज्यादा चिंतित किसान है।
फसल को भारी नुकसान
तीन दिन पहले गोहद, लहार, मेहगांव क्षेत्र में ओलावृष्टि होने से सरसो और गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से सरसो की फलियां टूट जाने से दाने जमीन में बिखर गए हैं। बरसात के कारण सरसो के साथ गेहूं की फसल भी जमीन में बिछ गई है।
सरसो की फसल ही जिले के प्रमुख फसल है
फसल को काटने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसी प्रकार चना और मटर की फसल भी बर्बादी की कगार पर खड़ी है। आसमान में बादल छाए होने से किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। इस बार किसानों ने 1.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं और 1.75 लाख हेक्टेयर में सरसो की फसल बोई थी। यहां बता दें कि गेहूं और सरसो की फसल ही जिले के प्रमुख फसल है।
जलभराव से लोग घरों में कै द होने को मजबूर
सीवर लाइन बिछाने के लिए शहर की अधिकांश सड़कें और गलियां खुदी पड़ी है। बुधवार को बरसात हो जाने के कारण गलियों में किए गए गड्ढो में पानी भर गया है। जलभराव के कारण अधिकांश रास्ते बंद हो गए हैं। लोगों को कीचड़ से होकर घर पहुंचना पड़ रहा है।
बीटीआई रोड, हाउसिंग कॉलोनी, सरोजनगर, सुभाष नगर, वीरेंद्र नगर, बजरिया, गायत्री नगर, वाटर वक्र्स क्षेत्र में लोग जलभराव के कारण घरों में कैद होने को मजबूर है। कंपनी द्वारा लाइन डालने के बाद मेटेनेंस न किए जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।