यहां बता दें कि प्रतिवर्ष माता के भक्त भारी संख्या में एकत्रित होकर डीजे साउंड बजाते हुए धूमधाम से माता विसर्जन किया करते थे, लेकिन इस बार कोरोना गाइडलाइन के चलते लोगों को विसर्जन करने के दौरान कई तरह के नियमों के पालन करने के निर्देश दिए गए थे। जिसे शहरवासियों द्वारा बड़ी सहजता लिया गया। और लोगों ने भीड भीड़ को दरकिनार कर शांतिपूर्वक ढंग से देवा मां की प्रतिमा का विसर्जन किया। यहां बता दें कि प्रतिवर्ष मूर्ति विसर्जन के दौरान जिलेभर में घटना के दौरान जिलेभर 2.3 मौत हो जाया करती थी, लेकिन इस बार विसर्जन के दौरान किसी दुर्घटना की खबर नहीं आई है।