जिला अस्पताल को कायाकल्प अभियान में प्रदेश में प्रथम स्थान पाने के साथ ही राष्ट्रीय स्तर के निर्धारित मापदंडों में खरा उतरने की तैयारी कलेक्टर इलैया राजा टी के निर्देशन में अस्पताल प्रशासन ने शुरू कर दी थी। पिछले दिनों प्रदेश स्तरीय सलाहकार डा. जूही एवं डा. सैयद फरीदउद्दीन ने जिला अस्पताल की प्रत्येक इकाई का जायजा लिया और अस्पताल प्रशासन को कुछ जरूरी व्यवस्थाएं कराने का मशबरा दिया। इसके बाद आवश्यक व्यवस्थाओं की प्रक्रिया शुरू करा दी गई है। इस कड़ी में अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर को दूसरे कक्ष में ले जाने की तैयारी की जा रही है। जहां जरूरी व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं। सिविल सर्जन डा. अजीत मिश्रा एवं आरएमओ डा.जेएस यादव ने बताया इसी प्रकार अन्य इकाइयों में भी आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिए जाने की प्रक्रिया चल रही है। अगर जिला अस्पताल एनक्यूएएस के निर्धारित मापदंडों में खरा उतरता है तो यह भिण्ड जिले के बड़ी उपलब्धि होगी।
दो माह बाद आएगी एनक्यूएएस की टीम गुणवत्तापूर्ण सेवाओं को जांचने एनक्यूएएस की टीम दो माह बाद आएगी। इसके पूर्व निर्धारित मापदंड पूरे कर लेने की कवायद जोरदारी से चल रही है। इस कड़ी में हर इकाई में छोटी-बड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं।
अस्पताल में स्टाफ हो तब बने बात अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक एवं स्टाफ नर्स के बड़ी संख्या में पद रिक्त हैं इस कारण चिकित्सा सेवाएं खासी प्रभावित हो रही हैं। रिक्त पदों की पूर्ति की प्रक्रिया शासन स्तर से की जाना है लेकिन यह कमी फिलहाल पूरी होती नहीं दिखाई दे रही।
वर्जन जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की ओर ग्रीन सिग्नल मिला है। एनक्यूएएस के मापदंड पूरे करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। अगर इसमें सफलता मिलती है यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
डा. अजीत मिश्रा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, भिण्ड