यहां बता दें कि एक सप्ताह पूर्व नगर पालिका द्वारा शहर के जिला अस्पताल परिसर, कलेक्ट्रेट के पास न्यायालय परिसर, बस स्टैण्ड परिसर, नगर पालिका कार्यालय के सामने लश्कर रोड पर, आलू मंडी के पास संतोषी माता मंदिर के रोड के अलावा इटावा रोड पर 17वीं बटालियन के सामने प्याऊ संचालित कराई गई थीं। इनमें से अधिकांश प्याऊ बंद हालत में है।
खरीदकर पीना पड़ रहा पानी: प्याऊ बंद होने के कारण मुसाफिरों व आम नागरिकों को दुकान से महंगे दामों में बोतल खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है। जिसकी जेब में पैसा ना हो उसे पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। बस स्टैण्ड, कलेक्ट्रेट कार्यालय, पुरानी गल्ला मंडी एवं लश्कर रोड व इटावा रोड पर जनसाधारण को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एक साल में भी नहीं लग पाए वाटर कूलर: नगर पालिका द्वारा बीते वर्ष शहर में 10 वाटर कूलर प्रमुख स्थानों पर लगवाए जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी नपा की घोषणा हवा हो गई। वाटर कूलर नहीं लगने से लोगों को शीतल पेय की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
हर वर्ष खर्च दर्शाती है तीन लाख का यहां बता दें कि आधा दर्जन प्याऊ लगवाने के बाद नगर पालिका कार्यालय में प्रति वर्ष प्याऊ पर होने वाला खर्च ढाई से तीन लाख रुपए दर्शाया जाता है। शहर भर का भ्रमण कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर पालिका द्वारा संचालित कराई गई प्याऊ से कितने लोग अपनी प्यास बुझा पा रहे हैं। ऐसे में एक दो महीनों प्याऊ पर खर्च कर शेष दिनों को कागजों में ही दर्शाने का काम किया जा रहा है।
10 अप्रेल को प्याऊ संचालित करा दी गईं हैं। यदि किन्हीं स्थानों पर प्याऊ का संचालन ठीक तरह से नहीं हो रहा है तो मैं कल ही निरीक्षण कर जानकारी लूंगा। सभी प्याऊ चालू कराई जाएंगी।
सुरेंद्र शर्मा, सीएमओ नगर पालिका भिण्ड