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खुदाई में टूटीं पाइप लाइनें, वार्ड 26 में गहराया जल संकट, परिवहन बनी मजबूरी

locationभिंडPublished: Apr 27, 2019 11:42:44 pm

Submitted by:

Rajeev Goswami

सीवरेज निर्माण का दंश

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खुदाई में टूटीं पाइप लाइनें, वार्ड 26 में गहराया जल संकट, परिवहन बनी मजबूरी

भिण्ड. शहर के वार्ड 26 एवं 27 में चल रहे सीवरेज निर्माण के दौरान थ्रीडी से की गई खुदाई में जमीन के नीचे की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। ऐसे में दोनों ही वार्डों के करीब पांच हजार लोग भीषण गर्मी में पेयजल का परिवहन करने के लिए मजबूर हो गए हैं।
यहां बता दें कि राजहोली, खिड़कियां मोहल्ला, मुक्तिधाम मार्ग के अलावा अन्य आवासीय इलाकों में लोग दूर दराज से पेयजल का परिवहन कर रहे हैं। कुछ इलाकों में ये है कि दिन भर मेहनत मजदूरी करके घर लौटने पर लोग रात में पानी भरकर ला रहे हैं। पानी की समस्या के चलते एक परिवार ने अपने बेटे का लगन फलदान कार्यक्रम रद्द कर दिया है। क्योंकि सडक़ खुदी होने से टैंकर भी नहीं मंगा सकते। ऐसे में समस्या विकराल हो गई है।
श्रीचंद परोसिया कहते हैं कि 26 अप्रेल को उसके बेटे का लगन फलदान होना था। सडक़ खुदी होने तथा पाइप लाइन टूटने से पेयजल संकट के चलते उन्हें कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। क्योंकि जहां टेंट लगाना था वहां सीवर के लिए गड्ढे खोद दिए हैं और मेहमानों के लिए पानी का इंतजाम टैंकर से भी किया जाना मुमकिन नहीं था।
यहां बता दें कि जहां वार्ड 26 में पांच हजार से अधिक आबादी है वहीं वार्ड 27 में छह हजार से ’यादा की आबादी है। वार्ड 26 के नागरिक पंप हाउस से चार पहिया ठेले तथा सिर पर पेयजल ढो रहे हैं। सीवरेज निर्माण के लिए की जा रही खुदाई की अव्यवस्था पर संबंधित अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। आम नागरिक ठेकेदार की लापरवाही का शिकार बना हुआ है। पेयजल संकट के चलते लोग अपने घरों में जन्मदिन, तेरहवीं या शादी समारोह जैसे आयोजन नहीं कर पा रहे हैं।
मुक्तिधाम में लगे बोर से कर रहे पानी का परिवहन

वार्ड 27 के वासिंदे कुछ दूरी पर स्थित मुक्तिधाम के बोर से पेयजल का परिवहन कर रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग अपना काम धंधा छोडक़र भरी दोपहरी में पानी भरने का काम कर रहे हैं तो कुछ लोग काम से लौटने के बाद रात के समय पानी का परिवहन करने को मजबूर हैं। खुदाई के दौरान क्षतिग्रस्त होने वाली पाइप लाइन को तत्काल जोडऩे का काम नहीं किया जा रहा है। ठेकेदार की अनदेखी का खामियाजा लोगों को चुकाना पड़ रहा है।
-पिछले 20 दिन से पानी का परिवहन करने के लिए मजबूर हैं। पाइप लाइन टूटने के बाद उसे सुधारा नहीं गया है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं है।

सत कौर, स्थानीय नागरिक भिण्ड
-पानी भरने में समय बीत रहा है ऐसे में घर के लोग काम धंधे पर भी नहीं जा पा रहे हैं। गरीब एवं निम्नवर्गीय तबका बाहुल्य इलाका होने के कारण कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रुखसाना, स्थानीय महिला भिण्ड

-घर में छोटे-छोटे ब”ो हैं जो पानी भरकर लाने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में हमें अपना काम धंधा छोडक़र पेयजल का परिवहन करना पड़ रहा है।

ग्याराम बरेठा, स्थानीय नागरिक
-बेटे का लगन फलदान था जिसे पाइप लाइन फूटने से उपजे पेयजल समस्या के चलते रद्द करना पड़ा। अधिकारियों को समय नहीं निरीक्षण कर समस्या का निदान कराने का।

श्रीचंद परोसिया, स्थानीय नागरिक
-पाइप लाइन को रविवार को ही जुड़वा दिया जाएगा। यदि खुदाई के दौरान पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है तो ठेकेदार की जिम्मेदारी है कि उसे समय रहते ठीक कराए। ऐसा नहीं करने पर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
सुरेंद्र शर्मा, सीएमओ नपा भिण्ड

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