जब तक कैंटीन नहीं तब तक आंदोलन करते रहेंगे पूर्व सैनिक
भिंडPublished: Sep 28, 2023 01:38:00 pm
ग्वालियर की कैंटीन में तीन माह से सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं शहीद परिवारों को सामान न मिलने से परेशान पूर्व सैनिकों ने बुधवार से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय परिसर के पिछले हिस्से में हाथ पर काली पट्टी बांधकर धरना दिया और इस आंदोलन को मांगें पूरी होने तक जारी रखने व और तेज करने का ऐलान किया।


धरने पर बैठे पूर्व सैनिक, संबोधित करते अध्यक्ष।
भिण्ड. पूर्व सैनिक संघ के जिलाध्यक्ष सूबेदार मेजर राकेश सिंह कुशवाह ने कहा कि बहुत से वरिष्ठ पूर्व सैनिक, शहीद परिवारों की महिलाएं ग्वालियर जाने में भी परेशान होते थे, अब तो यह सुविधा ग्वालियर में भी बंद कर दी गई है। जबकि पूर्व सैनिकों की ओर से ग्वालियर स्टेशन हेडक्वार्टर में कर्नल एडम गोस्वामी को अप्रेल 2022 में मांगपत्र दिया था तो उन्होंने पहले जुलाई से सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही, बाद में सितंबर 2022 से जिला मुख्यालय पर सुविधा देने की बात कही। लेकिन अब तक सुविधा जिला मुख्यालय पर तो मिली नहीं बल्कि ग्वालियर में संचालित कैंटीन काउंटर भी बंद करवा दिया गया है। तीन माह से सैनिकों के परिजन, पूर्व सैनिक और शहीदों के परिजन भारी परेशान हैं। इसलिए तय किया गया है कि जिला मुख्यालय से शुरू किया गया यह आंदोलन ग्वालियर हेडक्वार्टर तक भी जाएगा, आवश्यकता पडऩे पर इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। ग्वालियर में कैंटीन काउंटर बंद कर देने से जिले के 21 हजार सैनिकों के परिवार, नौ हजार पूर्व सैनिक और उनके परिवार व 82 शहीद परिवारों के लोग सामान के लिए परेशान हैं। 11 साल से यह सुविधा दी जा रही थी, लेकिन अचानक बंद करने से बहुत परेशानी हो रही है।
यह रहे आंदोलन में शामिल
सूबेदार तहसीलदारसिंह, कैप्टन कप्तान सिंह, बादशाह खान, ओमप्रकाश, सर्वेश सिंह, सूबेदार अजमेर सिंह, जय सिंह, प्रह्लाद शर्मा, रामलखन सिंह, हुकुम सिंह, रामबिहार सिंह, राममिलन ङ्क्षसह, प्रतापभान सिंह, नारायण सिंह, सहेश सिंह, रामप्रकाश सिंह, रामलखन सिंह, सत्यनारायण सिंह, रामानंद सोनी, जयदीप सिंह, शिवरतन सिंह, राजाराम सिंह, अर्जुन सिंह, शिवशंकर सिंह, शिवरन भदौरिया, जौहरी सिंह, राजेश सिंह, सुरेश सिंह, दलवीर सिंह, दिनेश सिंह भदोरिया, केशव सिंह, शिवशंकर शर्मा, वृंदावन सिंह, पुष्पराजसिंह, जय सिंह, वेदप्रकाश, शिवरतन, परम सिंह भदौरिया, सुरेश सिंह, भद्रपाल सिंह, हरज्ञान सिंह, भूपेंद्र सिंह, कुंजबिहारी सिंह, राजकुमार सिंह शामिल रहे।