जवान सिंह गुर्जर पुत्र राजाराम सिंह गुर्जर निवासी चंदूपुरा ने पुलिस को बताया कि वह अपने भाई रामदुलारे पुत्र राजाराम गुर्जर, भतीजे देवेंद्र पुत्र रामदुलारे, कल्लू पुत्र रामदुलारे एवं अपने बेटे रामकृष्ण के साथ खेत जोतने के लिए गया था। तभी ग्राम कुंअरपुरा निवासी अशोक गुर्जर, कल्लू गुर्जर, नंदू गुर्जर, रामवीर सिंह, दलवीर सिंह, अतर सिंह, बंटी उर्फ सुनील तथा दो अन्य लोगों ने आकर खेत जोतने से रोका। मना करने पर आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पेट में गोली लगने से भतीजा देवेंद्र गुर्जर जमीन पर गिर गया जिसकी अस्पताल पहुंचने पर मौत हो गई। वहीं उसके भाई रामदुलारे ने जान बचाते हुए खेत में दौड़ लगाई तो उन्हें ट्रैक्टर से कुचलकर घायल कर दिया, जबकि उसका बेटा रामकृष्ण गोली लगने से तथा वह स्वयं लाठियों के हमले में घायल हो गया है।
वारदात के बाद फरार हो गए आरोपी
हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए। उधर घटना की सूचना उपरांत मौके पर पहुंचने के लिए रवाना हुए एफएसएल अधिकारी डॉ. अजय सोनी को थाना प्रभारी नागेश शर्मा गुमराह करते रहे। थाना प्रभारी ने उन्हें कॉल कर बताया था कि वह घटनास्थल पर खड़े हैं, जबकि डॉ. अजय सोनी वहां पहुंचे तो कोई नहीं मिला। थाना प्रभारी करीब एक घंटे बाद पहुंचे तब उन्होंने घटनास्थल का मुआयना कर जांच के लिए कुछ सैंपल लिए।