scriptपहले कांवर चढ़ाने पर विवाद, पुलिस बोली भगवान सभी के | First quarrel on dispute police bid God all | Patrika News

पहले कांवर चढ़ाने पर विवाद, पुलिस बोली भगवान सभी के

locationभिंडPublished: Feb 13, 2018 11:22:10 pm

Submitted by:

monu sahu

एक जाति के कांवरिए का जल चढऩे से बौखलाए दूसरी जाति के लोग, पुलिस ने दोनों पक्षों को बिठाकर कहा भगवान सभी के एक हैं तो हम जाति भेद में क्यों उलझें, आधी

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लहार. आधी रात में जैसे ही एक जाति के कांवरिए ने शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाया उसके कुछ देर बाद ही दूसरी जाति के लोग बौखला गए और उन्होंने जाति विशेष के लोगों की कांवरें चढऩे पर एतराज करते हुए रोक लगा दी। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने जाति विशेष के लोगों की कांवरें चढ़वाना शुरू कराईं। लेकिन इस पर दूसरी जाति के लोगों ने जाम लगा दिया और उग्र हो गए।
पुलिस के मुताबिक रावतपुरा सानी गांव के शिव मंदिर पर धीरेंद्र सिंह पुत्र कल्ले सिंह निवासी रावतपुरा ने सोमवार व मंगलवार की रात सबसे पहले कांवर चढ़ा दी थी। जिस पर दूसरी जाति के लोगों ने सवाल खड़े करते हुए पहले समुदाय की अन्य कांवरों को चढऩे से रोक दिया। कांवर नहीं चढऩे देने की शिकायत कांवरियों ने पुलिस को की तो उनकी कांवरे फिर से चढऩा शुरू हो गईं।
इसी बात पर पुलिस के मना करने पर दूसरी जाति ने ***** जाम कर दिया। मौके पर तैनात पुलिस बल ने जाम हटाने का प्रयास किया तो जामस्थल पर बैठे लोग पुलिस कर्मियों से भी झगड़ा करने पर आमादा हो गए। तनाव की स्थिति निर्मित होते देख क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों को सूचित किया गया जिस पर एसडीओपी राजीव चतुर्वेदी, रामबाबू यादव, रेखा पाल, दबोह थाना प्रभारी प्रताप सिंह लोधी ने मौके पर आकर जाम लगाए बैठे लोगों को समझाइश दी।
पुलिस अधिकारियों ने कहा जातियों में नहीं बंटे भगवान : जाम लगाए बैठे समुदाय से पुलिस अधिकारियों ने समझाइश देते हुए कहा कि भगवान पशु पक्षियों से लेकर प्रत्येक जीव जंतु और हर एक इंसान के रचयिता हैं। वे जातियों में नहीं बंटे फिर हम जाति भेद में पड़कर आपस में बंटने की स्थिति क्यों निर्मित कर रहे हैं। इस बात पर जाम स्थल पर उग्रता दिखा रहे लोग शांत हो गए। तदुपरांत पुलिस ने दोनों ही पक्षों के बीच सुलह करवाकर मामला पूरी तरह से शांत कराया।
नियम तोडऩे पर हुआ था विवाद

दूसरे समुदाय के लोगों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष बताया कि कांवर चढ़ाए जाने का सामाजिक नियम ये है कि जो कांवर लंबी दूरी से भरकर लाई जाती है उसे पहले चढ़ाए जाने का अवसर दिया जाता है लेकिन इस बार सनुकुआं से भरकर लाई गई कांवर को ही पहले चढ़ा दिया गया जबकि गंगाजल लेकर आने वाले कांवरिए आधी रात से कतार में लगे हुए थे।
मामला पूरी तरह शांत है

दोनों ही समुदाय के प्रतिष्ठित लोगों को बिठाकर समझाइश देने पर सुलह करा दी गई है। मामला पूरी तरह से शांत है।

राजीव चतुर्वेदी, एसडीओपी लहार

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