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हादसों का सबब बने आवारा गोवंश

locationभिंडPublished: Nov 18, 2019 11:29:37 pm

Submitted by:

Rajeev Goswami

नेशनल और स्टेट हाईवे पर भी गायों के कारण आए दिन हो रही दुर्घटनाएं, फसल की रखवाली के लिए खेतों पर रतजगा करने को मजबूर हैं किसान

हादसों का सबब बने आवारा गोवंश

हादसों का सबब बने आवारा गोवंश

मेहगांव. विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों आवारा गोवंश मुसीबत बना हुआ है। जहां विगत दस माह के भीतर नेशनल तथा स्टेट हाईवे पर हुए 38 हादसों में 17 लोग इन आवारा मवेशियों के चलते जान गंवा चुके हैं तो वहीं क्षेत्र में खड़ी फसल को ये गोवंश नष्ट कर रहे हैं। स्थिति यह है कि अब लोगों को अपनी फसल की रखवाली के रतजगा करना पड़ा रहा है।
यहां बता दें कि मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में रबी फसल का रकबा 72 हजार हेक्टेयर है। वहीं इस क्षेत्र में आवारा गायों की संख्या लगभग 20 हजार के आसपास है। लिहाजा गायों के अलग-अलग झुण्ड न सिर्फ फसल बर्बाद कर रहे हैं बल्कि नेशनल व स्टेट हाईवे पर हादसों का सबब भी बन रहे हैं।
जिले में गुजरे 10 महीनों में एनएच एवं एसएच पर 38 हादसे घटित हुए हैं जिनमें महिला, पुरुष व ब”ाों सहित 17 लोग जान गवां चुके हैं जबकि दो दर्जन से ’यादा लोग घायल होकर अस्पताल पहुंचे हैं। वहीं यदि किसानों की मानें तो क्षेत्र के 72 हजार हैक्टेयर रबी फसल के रकबे में 18 से 20 हजार रकबे की फसल को गायों के झुण्ड बर्बाद कर चुके हैं।
दर्जन गांवों के किसान परेशान: मेहगांव व गोरमी कस्बे के अलावा अजनौधा, गढ़ी, इमलिया, गुंगावली, गुतौर, गाता, पर्रावन, कोंहार, विरगवां, सिमार, मेंहदौली, सुकाण्ड, सिलौली, गिजोर्रा, बरहद, पनौआ एवं खेरिया सहित 200 से ’यादा गांवों में आवारा गायों ने क्षेत्र के किसानों को अपने खेतों पर 24 घंटे पहरेदारी करने के लिए विवश कर दिया है। स्थिति ये है कि गायों के झुण्ड नजर हटते ही फसल चट कर जाते हैं। आलम ये है कि किसान अपने घरों के अन्य काम नहीं कर पा रहे हैं।
शिकायतों के बाद भी नहीं लग रहा आवारा गोवंश पर अंकुश

किसानों द्वारा न सिर्फ ग्राम पंचायत बल्कि जिला प्रशासन तक को शिकायत की गई लेकिन गायों के आवारापन पर अंकुश लगाने की कार्यवाही नहीं की जा रही है। उल्लेखनीय है कि किसान गायों के झुण्ड को कई बार कोसों दूर तक खदेड़ चुके हैं लेकिन गायें फिर से जमा होकर फसलें उजाडऩे लगतीं हैं।
वर्ष 2020 से खत्म हो सकती है क्षेत्र में आवारा गायों की समस्या

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में आवारा गायों की समस्या खत्म होने के आसार प्रबल हो गए हैं। क्षेत्रीय विधायक ओपीएस भदौरिया द्वारा क्षेत्र में छह करोड़ की लागत से 20 गोशालाएं स्वीकृत कराई हैं जिन पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। चार गोशालाएं तो ऐसी हैं जिन पर निर्माण कार्य अंतिम चरण में हैं।
-गांव में 500 से ’यादा आवारा गाय हैं जो दिन रात फसल बर्बाद करने में लगी हैं। खेतों पर 24 घंटे पहरेदारी करनी पड़ रही है। घर के अन्य काम नहीं कर पा रहे हैं।
अंजू दुबे, कृषक अजनौधा मेहगांव

-डेढ़ बीघा जमीन है जिस पर खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया है। कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।

हरेंद्र गुर्जर, कृषक गुंगावली मेहगांव
-40 बीघा जमीन में हमने बोई है फसल, रात-रात भर जागकर रखवाली करनी पड़ रही। गांव में गोपाल

गोशाला है लेकिन वह सालों से बंद है।

अवधबिहारी कटारेकृषक कनाथर

-क्षेत्र के किसान इन दिनों आवारा गायों से बेहद परेशान हैं। आए दिन शिकायतें आतीं हैं लेकिन हम इसके लिए कुछ नहीं कर सकते।
सुरेशबाबू शर्मा, एसएडीओ कृषि विभाग मेहगांव

-जिले में सर्वाधिक मेहगांव क्षेत्र के लिए 20 गोशालाएं स्वीकृत हैं जिनका निर्माण भी शुरू हो गया है। नए वर्ष की शुरूआत से ही समस्या खत्म हो जाएगी।
ओपीएस भदौरिया, विधायक मेहगांव

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