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सच्चे नेता की बांह थाम लेती है आवाम और तिकड़मबाजों को बाहर का रास्ता दिखाती है

locationभिंडPublished: Oct 28, 2020 10:24:33 pm

मेहगांव के गोरमी की चुनावी सभा में बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट

सच्चे नेता की बांह थाम लेती है आवाम और तिकड़मबाजों को बाहर का रास्ता दिखाती है

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मेहगांव/गोहद. नेता यदि सच्चा सेवक है तो आवाम उसकी बांह थाम लेती है और यदि सत्ता के लिए तिकड़कमबाजी करता है तो उसे बाहर का रास्ता भी दिखा देती है। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने गोरमी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा इस उपचुनाव में मतदाता की भूमिका सबसे अहम हैं। नेताओं के भाग्य के निर्माता हो, आप वोट की चोट से सत्ता पलट सकते हो।

उन्होंने कहा बड़े नेता व बड़े पदों पर बैठे लोग तथा शक्तिशाली और ऊंचाइयों पर पहुंचने वाले लोगों को जनता के सामने वोट के लिए झुकना पड़ता है। यह लोकतंत्र की खूबसूरती है। वोट लेने के बाद जनप्रनिधि के अंदर अहंकार आ जाए तो वह सच्चे भाव से वह सेवा नहीं कर सकता। लोगों को जोडऩे का काम करे, भेदभाव न करे ऐसे लोगों की पहचान करना आपकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा स्व. सत्यदेव कटारे के काम को आगे ले जाने के लिए हेमंत कटारे आपका सेवक बनकर मैदान में है। मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में जहां-जहां जिस कार्य के लिए आवश्यकता पड़ेगी वहां हम काम करेंगे। अंत में उन्होंने कहा हेमंत कटारे को भारी बहुमत से जिताकर भोपाल भेजो उसके बाद आपको एहसास होगा कि आपने सही फैसला किया है।

गोहद में बोले सचिन छल, कपट, लालच, भय और तोडऩे की राजनीति करती है भाजपा


भाजपा छल, कपट, भय, लालच तथा तोडऩे की राजनीति करती आई है। कांग्रेस का इतिहास रहा है जनता के सामने जो वादे किए वह निभाए हैं। उन्होंने कहा कि संविधान की मूल भावना को जीवित रखने के लिए जाति, धर्म, क्षेत्रवाद आदि भूलकर कांग्रेस का समर्थन जरूरी है।

बोले प्रमोद कृष्णम गांधी की छाती से टपकता हुआ लहू और राजीव गांधी के शव के टुकड़े गवाह हैं कि हम जुल्म के आगे झुकना पसंद नहीं करते सब ए गम के सीने से खुशी का सूरज निकलने वाला है। मेहगांव का नजारा बता रहा है बड़ी जल्दी मौसम बदलने वाला है। अपने भाषण की शुरूआत आचार्च प्रमोद कृष्णम ने उपरोक्तियों से की। उन्होंने कहा चुनाव में बहुत नेता आएंगे जाएंगे, लेकिन मैं उस भूमि से आया हूं जहां भगवान कृष्ण ने अवतार लिया था। मूल्यों के हनन से उपजे दर्द को बयान करने आया हूं। मेरी आत्मा की आवाज यदि आपकी आत्मा को छू ले तेा डंके की चोट पर पंजे पर वोट देना। उन्होंने अंत में कहा लोकतांत्रिक मर्यादा की रक्षा के लिए तथा अधर्म के नाश के लिए सत्य को जीत दिलाना है।
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