विदित हो कि 33 वर्षीय सतेंद्र सिंह जादौन पुत्र बरनाम सिंह जादौन निवासी भटपुरा करौली राजस्थान अपनी पत्नी गुडिय़ा जादौन के साथ मिहोना कस्बे के वार्ड क्रमांक 14 में राजकुमार श्रीवास्तव के मकान में किराए से रह रहे थे। बताया गया है कि उनकी पत्नी गुडिय़ा पिछले तीन साल से गंभीर बीमारी से ग्रसित चल रही थी। ऐसे में सतेंद्र सिंह उसके इलाज पर होने वाले खर्च से बेहद परेशान था। बता दें कि 20 दिन पूर्व सतेंद्र अपनी पत्नी के साथ ससुराल चला गया था। यहां अपने चार साल के बेटे को ननिहाल में ही छोडकऱ शनिवार को ही मिहोना लौटा था। रविवार की सुबह गुडिय़ा का शव उसके बिस्तर पर पड़ा मिला जबकि सतेंद्र की लाश पास में ही फंदे पर लटकी हुई देखी गई।
न बीपीएल कार्ड था और न ही आयुष्मान कार्ड बताया गया है कि सतेंद्र घर तथा अन्य प्रकार के भवनों में टाइल्स लगाने का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। किराए के घर में रहते हुए वह इतनी धनराशि नहीं जुटा पा रहा था जिससे वह अपनी पत्नी का अच्छे अस्पताल में इलाज करवा सके। सतेंद्र के पास न तो आयुष्मान कार्ड था और न ही बीपीएल कार्ड। लिहाजा गरीबी के भंवर में होने के बावजूद उसे सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था। दोनों की मौत के बाद सामने आए मौजूदा हालातों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तंगहाली ऊपर से पत्नी की गंभीर बीमारी ने आत्महत्या कर जिंदगी को अलविदा कहने पर विवश कर दिया।
महिला का शव चारपाई पर मिला है जबकि पति की लाश फंदे पर टंगी पाई गई है। दोनों के शव पीएम के लिए भिजवाने के बाद मामले की विवेचना शुरू की गई है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
नरेंद्र सिंह कुशवाह, थाना प्रभारी मिहोना
नरेंद्र सिंह कुशवाह, थाना प्रभारी मिहोना