पीएम मोदी से बात कर छलके खुशी के आंसू कार्यक्रम के दौरान शाम 4.45 बजे जैसे ही भोपाल के बाद भिण्ड का नंबर आया। प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना की हितग्राही लक्ष्मी सोनी का हाथ जोड़ कर अभिवादन किया। लक्ष्मी सोनी ने पीएम को बताया कि अपने घर का सपना साकार होने से उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा है। इससे भी ज्यादा खुशी सिटी बस के रतनूपुरा जाने की है। अब हमें घर जाने तथा रोजी-रोटी के लिए बाजार आने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। पीएम से सीधे बात करने के दौरान लक्ष्मी आंखे खुशी से भींग गई। पीएम से बात वार्ड नं15 निवासी भावना तिवारी से भी करनी थी लेकिन लक्ष्मी के बाद ही लाइन डिसकनेक्ट हो गई। भावना को भी पीएम आवास मिला है उसके पति प्राइवेट बस पर हैल्पर हैं।
इलाज के लिए नहीं लेना होगा किसी गरीब को कर्ज : आर्य मुख्य अतिथि राज्य मंत्री लालसिंह आर्य ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे कि हम एक रुपया भेजते हंै हितग्राही तक 15 पैसे पहुंचते हैं। लेकिन मोदी के शासन में पूरा पैसा सीधे हितग्राही के खाते में पहुंच रहा है। आयुष्मान योजना के आने से अब किसी गरीब को उपचार के लिए कर्जा नहीं लेना पड़ेगा। 5 लाख तक का उपचार नि:शुल्क मिलेगा। विधानसभा चुनाव के दौरान जनता को भ्रमित करने के लिए कांग्रेस रणनीति बना रही है।
स्वच्छता सर्वे में भिण्ड ने मारी उछाल स्वच्छता सर्वे में भिण्ड ने मारी उछाल, 4300 शहरों में 114वीं रैंक फरवरी 2018 में कराए गए स्वच्छता सर्वे में भी भिण्ड से उछाल मारी है। 4300 शहरों में कराए गए सर्वे में भिण्ड की रैंकिंग 114वीं रही है, जबकि वर्ष 2017 में 500 शहरों का सर्वे हुआ था इसमें भिण्ड 128वीं रैंक पर रहा है। वर्ष 2016 में 476 शहरों के सर्वे में भिण्ड अंतिम पायदान 474वें स्थान पर था। यानि देश के सबसे गंदे शहर के रूप में भिण्ड की पहचान हुई थी। भिण्ड की रैकिंग सुधरने में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों सहित प्रशासनिक अमले की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
हर गांव को सड़क जोडऩे की तैयार की गई है योजना : कुशवाह विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि भिण्ड के विकास के लिए सरकार ने 650 करोड़ रुपए दिए हैं। प्रधानमंत्री ने हर गांव को सड़क को जोडऩे की योजना तैयार की है। गौरी सरोवर को पिकनिक स्पॉट बना दिया है। कभी यहां से लोग निकलने से भी कतराते थे आज चौपाटी सजने लगी है। समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद की गई है। गत साल बेची गई फसल का बोनस इस बार सीधे किसानो के खाते में डाला गया है। कांग्रेस शासन में चिमनी युग था लेकिन आज 20 से 24 घंटे तक विद्युत की सप्लाई मिल रही है।