महामृत्यंजय जाप्यानुष्ठान में भगवान आदिनाथ का अभिषेक एवं शांतिधारा पूजन
व्याधि से निपटने धर्म अनुष्ठान से बड़ा कोई साधन नहीं

भिण्ड. मरसलगंज गौरव महामृत्युंजय तीर्थक्षेत्र के प्रणेता आचार्य सौभाग्य सागर के ससंघ सान्निध्य में 1 से 5 मार्च तक महावीरगंज मानस्तंभ के पास चल रहे महामृत्यंजय जाप्यानुष्ठान में सुबह भगवान आदिनाथ का अभिषेक एवं शांतिधारा पूजन का आयोजन किया गया। इसके बाद महामृत्यंजय जाप्यानुष्ठान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर आचार्य सौभाग्य सागर ने कहा कि जब-जब मानव प्रकृति से छेड़छाड़ करता है तभी किसी न किसी रूप में भयंकर आपदाएं आती है। इससे मानव जीवन प्रभावित होता है। पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इसे रोकने में धर्म अनुष्ठान से बड़ा कोई साधन नजर नहीं आता। इसलिए क्षेत्र में किसी प्रकार की आपदा विपदा न आए। इसे रोकने के लिए धर्म का रास्ता लेना पड़ता है। आज हम सभी एक स्थान पर बैठकर महामृत्यंजय जाप्यानुष्ठान कर भगवान की आराधना कर रहे हैं, जिससे किसी प्रकार की आदि व्याधि हमारे पास न आ सके। आचार्य ने कहा कि मंत्रों में वह शक्ति होती है कि जहां-जहां तक ध्वनि पहुंचेगी वहां तक का वातावरण साफ और स्वच्छ होगा। इसलिए सभी समाज के व्यक्तियों को भी इस जाप्यानुष्ठान में बैठकर भगवान की आराधना करना चाहिए।
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