पुलिस के अनुसार लक्ष्मी यादव का शव फंदे पर लटका हुआ बुधवार की अल सुबह पांच बजे सबसे पहले उसके पति अवधेश यादव ने देखा। हैरानी की बात ये है कि घटना की जानकारी लक्ष्मी के ससुरालीजन द्वारा दिए जाने के बजाए मृतका के पीहर पक्ष को अवधेश यादव के पड़ौसियों ने दी। आनन फानन में जब मृतका के पीहर से लोग कचनावकलां पहुंचे तो उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना की।
उनका आरोप है कि पुलिस समय पर नहीं पहुंची। ऐसे में उन्होंने थाने पर पहुंचकर घेराव करने कर दिया तथा बाद में शव सडक़ पर रख जाम लगा दिया। थाने से हटने के बाद स्टेट हाईवे पर शव रखकर कर दिया जाम
केस दर्ज नहीं किए जाने पर मृतका लक्ष्मी यादव का शव लेकर उसके परिजन पोरसा मेहगांव स्टेट हाईवे पर पहुंच गए जहां उन्हों ***** जाम कर दिया। माहौल बिगड़ता देख वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए जिन्होंने पीएम रिपोर्ट आने के उपरांत प्रकरण में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की समझाइश उपरांत दोपहर 1 बजे जाम हटाया गया।
आठ माह पूव हुई थी शादी विजयपाल सिंह यादव निवासी कुरथरा ने शिकायत में पुलिस को बताया कि उन्होंने अपनी बेटी लक्ष्मी यादव की शादी अप्रैल 2019 में अवधेश सिंह यादव पुत्र मान सिंह यादव निवासी कचनावकलां से की थी। जिसमें न सिर्फ पांच लाख रुपए नगदी बल्कि करीब एक लाख रुपए का सामान भी उपहार स्वरूप दिया था। शादी के बाद बाइक तथा कारोबार करने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की जाने लगी। मांग पूरी न होने पर लक्ष्मी को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाने लगा। बेटी का घर न बिगड़े इसलिए उसने कभी पुलिस को शिकायत नहीं की। इसका नतीजा उसकी बेटी की हत्या के रूप में सामने आया है।
पुलिस नहीं पहुंची मौके पर तो परिजनों ने थाने का किया घेराव घटना की सूचना किए जाने पर भी जब पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तो मृतका के परिजनों ने थाने पर पहुंचकर घेराव कर दिया। जहां उन्होंने ससुरालीजनों पर हत्या के आरोप में केस दर्ज किए जाने की मांग की। असल में डायल 100 वाहन सूचना मिलने पर गलती से भटक कर दूसरे गांव में पहुंच गया था जिसके चलते पुलिस समय पर नहीं पहुुंच पाई।
-नव विवाहिता की मौत उपरांत विवेचना की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके तहत केस दर्ज किया जाएगा। विनय विनायक करकरे, टीआई गोरमी