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भिंड

बजट के अभाव में मुख्यमंत्री कन्याधन योजना फैल

शादी करने वाली कन्याएं सात माह से लगा रही हैं दफ्तरों के चक्कर, – वित्तीय वर्ष में मिला 13.40 लाख का बजट, 12.56 लाख का हो चुका है भुगतान, उपसंचालक सामाजिक न्याय की ओर से कईबार शासन को भेजी जा चुकी है डिमांड, नहीं मिल रहा बजट

भिंडDec 05, 2019 / 11:27 pm

Rajeev Goswami

बजट के अभाव में मुख्यमंत्री कन्याधन योजना फैल

बजट के अभाव में मुख्यमंत्री कन्याधन योजना फैल

भिण्ड. बजट के आभाव में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से दंपतियों का भरोसा उठता जा रहा है। सात माह पहले विभिन्न सामूहिक विवाह समारोह में शादी करने वाली आधा सैकड़ा कन्याओं को योजना के मद से एक पैसा भी नहीं मिला है। पैसा न मिलने से गरीब दंपतियों को रोजगार की तलाश में भटकना पड़ रहा है। शासन के नियमोंं के मुताबिक कन्या के खातें में 48 हजार की राशि जानी है।
एक साल पहले शासन ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शादी करने पर राशि बढ़ाकर 30 से 51 हजार रुपए कर दी थी। राशि बढऩे से इस बार दो जनपदों अटेर और लहार में हुए सामूहिक विवाह समारोहों में 72 जोड़ों ने मई के सहालगों में फे रे लिए थे। शासन के नियमानुसार 15 दिनों के भीतर भुगतान होना जाना चाहिए थे। लेकिन वित्तीय वर्ष में शासन की ओर से सिर्फ 13.40 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई थी। इससे केवल 22 कन्याओं को भुगतान हो पाया है। 50 कन्याएं अभी भी मदद पाने के लिए भटक रही हैं। शासन के खाते में सिर्फ 85 हजार रुपए बचे हैं जबकि कल्याणी और सीएम कन्यादान योजना को मिलाकर करीब 50 लाख का भुगतान किया जाना है। इन सात महीनों में उपसंचालक सामाजिक न्याय विभाग की ओर से दो बार शासन को पत्र लिखकर बजट की डिमांड की जा चुकी है। सीएम कन्यादान योजना के तहत 51 राशि दिए जाने का प्रावधान है। इसमें से 3 हजार रुपए निकाय को आयोजन खर्च के रूप में प्रदान किए जाते हैं शेष राशि कन्या के खाते में भेजी जाती है।
किसी को खोलनी है सिलाई की दुकान, किसी को ब्यूटी पार्लर

लहार और अटेर जनपदों में आयोजित सामूहिक सामूहिक समारोहों में शादी करने वाली, रजनी, भारती और मंजू ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति खराब है। सोचा था कि शादी के 48 हजार रुपए मिल जाएंगे तो इस राशि से परिवार की आय बढ़ाने के लिए सिलाई की दुकान खोल लेंगे। तीनों ने सिलाई का कोर्स भी किया है। इसी प्रकार आरती, देविका, गुडिया ने बताया कि सरकार से मिलने वाले पैसों से वे ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती हैं। उक्त हितग्राहियों ने बताया कि वे कई बार जनपद तथा उपसंचालक सामाजिक न्याय कार्यालय में जा चुकी है लेकिन उन्हें हर बार बताया जाता हैकि बजट नहीं है।
एक दर्जन से अधिक कल्याणी भी कतार में, एक को मिलना है दो लाख

विधवा विवाह को प्रोत्साहन देने के लिए शासन की ओर से शुरू की गई कल्याणी योजना के हितग्राहियों को भी भुगतान पाने के लिए भटकना पड़ रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में मई 2019 तक 14 विधवा महिलाओं ने शादी कर सरकारी मदद से दुबारा जिंदगी की गाड़ी को खींचने की कोशिश की है। सात माह में सिर्फ विधवा को दो लाख का भुगतान हो पाया है। 13 महिलाएं शादी करने के बाद भुगतान पाने के लिए लगातार भटक रहीं है। इन महिलाओं को करीब 26 लाख का भुगतान किया जाना है।
कथन

योजनाओं के लिए शासन से 67 हजार की डिमांडकी गई थी। 13.40 लाख उपलब्ध कराए गए थे। इस राशि से 22 कन्याओं तथा एक कल्याणी का भुगतान कर दिया गया है। शेष भुगतान राशि मिलने पर कर दिया जाएगा।
-एसबी शर्मा प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय

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