लल्लू शाक्य पुत्र छोटेलाल शाक्य निवासी शुक्लपुरा ने पुलिस को बताया कि वह रविवार की शाम सात बजे खाना खाकर खेत पर फसल को पानी देने के लिए निकला था। सिंचाई करने के दौरान उसे दो महिलाएं व एक दर्जन हथियारबंद युवक नजर आए। गिरोह ने आकर उससे नाम पूछा और पता भी पूछा। इसके आद अपने साथ ले जाने लगे। कुछ दूर जाकर उसे वृक्ष के नीचे करीब एक घंटे तक बैठाए रखा। नजर बचाकर अंधेरे का लाभ लेते हुए उसने सफाई से अपने साड़ू राम सेवक को कॉल कर बताया कि उसका अपहरण कर लिया गया है। उसके परिजन को सूचना दे दो। अपहरण की सूचना गांव में फैलने पर ग्रामीण लाठी व फर्से लेकर खेतों की ओर निकल गए। ग्रामीणों को खेतों की तरफ आता देख हथियारबंद बदमाश उसे छोडक़र भाग निकले।
दहशत में ग्रामीण किसान के सकुशल गांव लौटने के बाद भी ग्रामीण दहशत में हैं। हालांकि कुछ देर में ही अटेर एसडीओपी सुरेंद्र सिंह तोमर, थाना प्रभारी अटेर संजय एक्का के अलावा पावई थाना पुलिस बल शुक्लपुरा गांव में पहुंच गया। मुक्त होकर आए किसान ने सारा घटनाक्रम पुलिस को बताया। दो दिन पूर्व भी शुक्लपुरा में बदमाशों व ग्रामीणों के बीच फायरिंग हुई थी जिसकी सूचना पुलिस को भी दी गई थी। हालांकि पुलिस के सर्चिंग करने पर कुछ भी हाथ नहीं लग पाया। पुलिस वापस किसान को उस स्थान तक ले गई जहां उसे हथियारबंद गिरोह द्वारा बंधक बनाकर बैठाए रखा था।