ग्रामीण बनकर घूम रही थी लोकायुक्त टीम पूर्व से ही पंचायत भवन के आसपास आम ग्रामीण बनकर घूम रहे लोकायुक्त दल ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। लोकायुक्त निरीक्षक राघवेंद्र सिंह तोमर के निर्देशन में टीम ने आरोपी सचिव के हाथ धुलवाकर उसके खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया।
ग्वालियर पहुंचकर दर्ज कराई शिकायत कमलेश जाटव से पंचायत सचिव वीरेंद्र कुशवाह द्वारा रिश्वत मांगे जाने के उपरांत कमलेश ने दो हजार रुपए देने के बाद इसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर में दर्ज करा दी। ३००० रुपए देने का वादा २१ फरवरी को देने के लिए किया गया था। ऐसे में योजना के तहत टीम सोमवार की सुबह चंदोखर पंचायत कार्यालय पर पहुंच गई। लोकायुक्त टीम के सदस्य कृषक की वेशभूषा में इर्दगिर्द घूम रहे थे। जैसे ही कमलेश ने पंचायत सचिव को 3000 रुपए दिए और हल्का इशारा किया तभी उसे रंगेहाथ पकड़ लिया गया।
गुलाबी हो गए पंचायत सचिव के हाथ लोकायुक्त टीम में शामिल निरीक्षक राघवेंद्र सिंह तोमर, भारत सिंह किरार, सुरेंद्र सिंह यादव, अंजली शर्मा, प्रधान आक्षक इकबाल खान, आरक्षक सुरेंद्र सोमिल, देवेंद्र पवैया, धीरज नायक, विनोद शाक्य, अंकेश शर्मा व बलवीर सिंह की टीम ने जैसे ही पंचायत सचिव वीरेंद्र कुशवाह के हाथ धुलवाए तो हाथ गुलाबी हो गए। पानी को सीलबंद करने के अलावा जब्त किए गए रुपयों को भी सील किया गया। बाद में उसके खिलाफ केस दर्ज कर जमानत पर रिहा किया।
कमलेश जाटव द्वारा लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। पंचायत सचिव को 21 फरवरी की सुबह रुपए देने का तय था, जिसके तहत उसे मौके पर रंगेहाथ रिश्वत लेते पकड़ लिया गया है।
राघवेंद्र सिंह तोमर, निरीक्षक लोकायुक्त ग्वालियर
राघवेंद्र सिंह तोमर, निरीक्षक लोकायुक्त ग्वालियर