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महादेव ने पहने अनमोल रत्नजडि़त आभूषण, लगे जयकारे

locationभिंडPublished: Oct 08, 2019 11:20:12 pm

Submitted by:

Rajeev Goswami

5 बजे खोले मंदिर के पट, 12 बजे तक दर्शन

महादेव ने पहने अनमोल रत्नजडि़त आभूषण, लगे जयकारे

महादेव ने पहने अनमोल रत्नजडि़त आभूषण, लगे जयकारे

भिण्ड. दशहरा पर्व पर भगवान वनखंडेश्वर को महाराजा के रूप में हीरा और पन्ना जटित मुकुट से सजाया गया। भगवान को ये आभूषण करीब 250 साल पहले सिंधिया राजघरानें की ओर से प्रदान किए गए थे। ये बेशकीमती रत्न 6 किग्रा चंादी में जड़े हुए हैं। हर साल दशहरे से पहले एसडीएम की परमीशन से इन्हें कोषालय से निकाला जाता है और दूसरे दिन ही कोषालय में जमा करा दिया जाता है। मंदिर में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हंै। मंदिर की साफ सफाई का कार्य रविवार से ही शुरूकर दिया गया था। मंदिर को गुलाब और गेंंदा के फूलों तथा इलेक्ट्रोनिक झालरों से सजाया गया है।रंग बिरंगी लाइटिंग भी की गई है। मंगलवार को दोपहर 3 बजे से ही भगवान को सजाने का काम भक्तों द्वारा शुरू कर दिया गया है। शाम 5 बजे मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोल दिया गया। भक्तों ने देर रात 12 बजे तक हजारों की संख्या में अपने आराध्य देव के दर्शन किए। आमदिनों की अपेक्षा दशहरे के अवसर पर भक्तों ने मेवा और बताशों का प्रसाद चढ़ाया। इसके अलावा भगवान को पान का बीड़ा भी चढ़ाया गया है। मान्यता है कि लंका पर चढ़ाई करने से पहले राम ने रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए समुद्र पर रामेश्वर की स्थापना कर शिव को प्रसन्न किया था। शिव की कृपा प्राप्त करने के बाद ही राम रावण को मारने में सफल हुए। सुरक्षा के लिए मंदिर के बाहर पुलिस बल की भी तैनाती कई है।
महादेव के आभूषण बहुमूल्य

दशहरा पर भगवान को पहनाए जाने वाले आभूषणों की कीमत अनमोल है। क्योंकि ये प्राचीन धरोहर है। ये आभूषण सिंधिया रियासत ने 250 साल पहले संवत 1818 में दिए थे।सिंधिया परिवार ने मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया था। इस संबंध में मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक शिलालेख भी लगा हुआ है।
-भगवान को महाराजा के रूप में सजाने की परंपरा सालों पुरानी है। आभूषण सिंधिया परिवार की ओर से दिए गए है। इनका कोई मोल नहीं है,क्योंकि ये भगवान के हैं और हजारों की संख्या में लोगों की आस्था भी है। इसमें कितने रत्न और कितनी चंादी लगी है ये छोटी बात है।
वीरेंद्र शर्मा पुजारी वनखंडेश्वर मंदिर भिण्ड

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