महादेव के आभूषण बहुमूल्य दशहरा पर भगवान को पहनाए जाने वाले आभूषणों की कीमत अनमोल है। क्योंकि ये प्राचीन धरोहर है। ये आभूषण सिंधिया रियासत ने 250 साल पहले संवत 1818 में दिए थे।सिंधिया परिवार ने मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया था। इस संबंध में मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक शिलालेख भी लगा हुआ है।
-भगवान को महाराजा के रूप में सजाने की परंपरा सालों पुरानी है। आभूषण सिंधिया परिवार की ओर से दिए गए है। इनका कोई मोल नहीं है,क्योंकि ये भगवान के हैं और हजारों की संख्या में लोगों की आस्था भी है। इसमें कितने रत्न और कितनी चंादी लगी है ये छोटी बात है।
वीरेंद्र शर्मा पुजारी वनखंडेश्वर मंदिर भिण्ड