लोगों को नहीं मालूम कहां करनी होती है शिकायत: फिलिंग सेंटर पर कमतौली व मिलावट खोरी पाए जाने की स्थिति में अधिकतर उपभोक्ता शिकायत ही नहीं कर पाते। वे या तो पुलिस को शिकायत करते हैं या फिर सीधे कलेक्टर को। जबकि उन्हें शिकायत के लिए कलेक्टर कार्यालय में संचालित खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में शिकायत करनी होती है। यही वजह है कि खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी तक शिकायत पहुंचती ही नहीं।
नियमित नहीं की जा रही सैंपलिंग खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से न तो फिलिंग सेंटरों का निरीक्षण किया जा रहा है और ना ही सैंपल लेकर जांच कराई जा रही है। ऐसे में पेट्रोलपंप संचालक मनमाने ढंग से पेट्रोल में मिलावट कर उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। लोगों की मानें तो मिलावट के अलावा पेट्रोलपंपों पर कमतौली भी की जा रही है। कई बार शिकायतों के बाद भी संबंधित विभाग द्वारा फिलिंग सेंटर संचालकों पर कार्यवाही नहीं की गई है।
फैक्ट फाइल 11 फिलिंग सेंटर हैं शहर में 75 फिलिंग स्टेशन हैं जिले भर में 10 महीनों से नहीं हुई सैंपलिंग की कार्यवाही 40 हजार लीटर लगभग रोज होती है पेट्रोल की खपत
-इस तरह की शिकायत हमें नहीं मिली है यदि ऐसा है तो शहर के सभी फिलिंग सेंटर पर निरीक्षण कर सैंपलिंग की कार्यवाही की जाएगी। एसपीएस कुशवाह, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी भिण्ड