एमपी का केबिनेट मंत्री बनने का यह फर्जीवाड़ा भिंड के गोहद में सामने आया। यहां एक युवक मनोज श्रीवास को मप्र राज्य राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग और दिव्यांगजन वित्त विकास निगम में केबिनेट मंत्री का दर्जा देने का जिक्र करते हुए होर्डिंग्स लगे। यह देख बीजेपी नेता हैरान रह गए। बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष ने पार्टी नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत की।
यह भी पढ़ें : एमपी में कर्मचारियों को तगड़ा झटका, वेतन में होगी कटौती, खातों में से 5 लाख रुपए तक निकालेगी सरकार बीजेपी नेताओं की शिकायत के बाद जांच की गई तो पता चला कि मनोज श्रीवास को केबिनेट मंत्री का दर्जा देने संबंधी आदेश फर्जी है। इसके बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बदमाश पर एफआईआर कराने के आदेश दिए।
गोहद में केबिनेट मंत्री का दर्जा मिलने की बधाई के मनोज श्रीवास के नाम से न केवल होर्डिंग लग गए बल्कि सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थ आईएएस शैलवाला मार्टिन के नाम से उनके नाम जारी आदेश भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें राज्य सरकार द्वारा मनोज श्रीवास को मप्र राज्य राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग और दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान करने का जिक्र किया गया था।
होर्डिंंग्स में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलने पर मनोज श्रीवास को बधाई देते हुए बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर, सीएम डॉ. मोहन यादव सहित कई वरिष्ठ नेताओं की फोटो भी लगाई गई थी। बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र गुर्जर ने गोहद एसडीएम से इसकी शिकायत की। उन्होंने प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा, डीजीपी सुधीर सक्सेना और भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को भी मनोज श्रीवास की शिकायत की।
बता दें कि मनोज श्रीवास पहले भी ऐसी हरकतें करते धरा जा चुका है। पिछले साल उसने अपनी कार राष्ट्रीय अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग लिखवा लिया था। कार में हूटर और सायरन भी लगा था। इसके बाद पुलिस ने मनोज श्रीवास का चालान काटा था।