पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे के अनुसार १६ वर्षीय किशोर सौरभ उर्फ छुटकी पुत्र कन्हई सिंह भदौरिया निवासी चिलोंगा हाल दशरथ नगर भिण्ड १० दिसंबर की शाम अपने ममेरे भाई मधुसूदन सिंह राजावत की बाइक पर यह कहकर लिफ्ट मांगी थी कि वह अपने दोस्त छोटू उर्फ अबनीश पंडित निवासी चिलोंगा हाल गुरुनानक स्कूल के पास वीरेंद्र नगर भिण्ड के जन्म दिवस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा है। मधुसूदन सिंह उसे छोड़कर वापिस लौट गया था। देर रात तक जब सौरभ उर्फ छुटकी घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सौरभ के परिजनों के अलावा सौरभ के दोस्त अबनीश उर्फ छोटू पंडित व जयदीप सिंह राजावत को साथ लेकर उसे तलाश किया लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं लगा।
थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव के अनुसार आरोपी अबनीश उर्फ छोटू पंडित व जयदीप सौरभ के गुम हो जाने पर उनके साथ तलाश कराने का ढोंग कर रहे थे। जैसे ही पुलिस देर रात लौटी तो आरोपीगणों छिपाकर रखी गई लाश को कार में रखकर ग्राम किर्राइंच के पास स्थित क्वारी नदी के पुल पर ले गए जहां से उसे नीचें फेंककर वापिस आए। अगले दिन पुलिस को शव मिला तो उसकी पहचान सौरभ उर्फ छुटकी के रूप में की गई।
ये हुआ था घटनाक्रम अबनीश उर्फ छोटू पंडित, जयदीप राजावत एवं छुटकी उर्फ सौरभ भदौरिया वीरेंद्र नगर में सुनसान स्थल पर कार के अंदर बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान किसी बात पर अबनीश व सौरभ के बीच विवाद हुआ और सौरभ ने अबनीश को गाली दे दी। इसी बात पर तैश में आकर अबनीश ने सौरभ का गाला दबाकर उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद सौरभ के शव को झाडिय़ों के पास छिपा दिया था।
हत्या आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस पुलिस को संदेह था कि आखिरी बार सौरभ को अबनीश उर्फ छोटू के साथ देखा गया था। ऐसे में पुलिस ने उसे पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने जुर्म कुबूल कर लिया। उसने बताया कि सौरभ की हत्या के बाद जयदीप सिंह की कार में शव को रखकर ले गए थे और पुल के नीचे फेंक दिया था। लाश फेंकने से पूर्व मृतक का मोबाइल अबनीश उर्फ छोटू ने रख लिया था जबकि उसका पर्स जयदीप ने ले लिया था। मंगलवार की सुबह आरोपी १७वीं बटालियन इलाके में इटावा रोड पर घूम रहे थे तभी उन्हें पकड़ लिया गया था।