scriptलापरवाही ने ले ली जच्चा और बच्चे की जान | Negligence took the child's life and mother's life | Patrika News

लापरवाही ने ले ली जच्चा और बच्चे की जान

locationभिंडPublished: Jan 13, 2019 11:42:42 pm

Submitted by:

Rajeev Goswami

हालत बिगड़ती रही फिर भी नहीं किया रैफर, बेहोश हुई प्रसूता तो भेज दिया जिला अस्पताल, मेहगांव प्रसूतिगृह में लापरवाही की इंतेहा

Negligence, child's,  life, bhind news, bhind news in hindi, bhind news in hindi mp

लापरवाही ने ले ली जच्चा और बच्चे की जान

भिण्ड. प्रसव पीड़ा शुरू होने पर २६ वर्षीय महिला को मेहगांव के प्रसूतिगृह में रविवार की दोपहर १२ बजे दाखिल कराया गया था। जहां ३ बजे महिला ने शिशु को जन्म दिया। कुछ देर बाद उसकी हालत बिगड़ी तो डॉक्टर या नर्स कोई भी महिला को देखने नहीं पहुंचा। अंतत: जब प्रसूता बेहोश हो गई तब उसे जिला अस्पताल के लिए रैफर किया गया। जहां पहुंचते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया और ठीक १५ मिनट बाद प्रसूता की भी मौत हो गई।
शिवकुमार जाटव निवासी मान का पुरा मेहगांव ने बताया कि उसने अपनी पत्नी प्रीती को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर रविवार को मेहगांव के प्रसूतिगृह में भर्ती कराया था। दोपहर ३ बजे प्रीति ने बेटे को जन्म दिया। प्रसव के करीब १५ मिनट बाद ही जच्चा और बच्चे की हालत बिगडऩे लगी तो उसने अस्पताल के चिकित्सक तथा नर्स को जाकर बताया, बावजूद इसके प्रीती को देखने के लिए कोई नहीं गया। जब प्रीति बेहोश हो गई तब अस्पताल की महिला चिकित्सक ने जिला अस्पताल भिण्ड के लिए शाम चार बजे रैफर किया। शिवकुमार के अनुसार जिला अस्पताल पहुंचने के १० मिनट बाद ही बच्चे ने दम तोड़ दिया जबकि करीब आधे घंटे के अंतर से प्रीती की भी मौत हो गई।
एक वर्ष में हुई डेढ़ दर्जन जच्चा और बच्चों की मौत

यहां बता दें कि जिले भर में अस्पताल में बरती जा रही लापरवाही के चलते पिछले एक वर्ष में डेढ़ दर्जन जच्चा और उनके बच्चों की मौत हो चुकी है। परिजनों द्वारा मौत उपरांत हंगामा किए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों द्वारा कार्यवाही का आश्वासन देकर मामले की इतिश्री कर दी जाती है। चिंतनीय विषय ये है कि अभी तक एक भी चिकित्सक या नर्स के खिलाफ लापरवाही के चलते स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्यवाही नहीं की गई है। यही वजह है कि अव्यवस्थाएं खत्म होने के बजाए बढ़ती जा रहीं हैं।
परिजनों ने की सीएमएचओ से शिकायत

शिवकुमार जाटव ने मेहगांव अस्पताल में बरती गई लापरवाही से हुई पत्नी तथा बच्चे की मौत के बाद सीएमएचओ डॉ. जेपीएस कुशवाह से शिकायत करते हुए लापरवाह स्टाफ के खिलाफ अपराधिक केस दर्ज कराने की मांग की है। शिकायत में उसने बताया कि जिला अस्पताल में भी बला टालने के उद्देश्य से उसकी मृत पत्नी व बच्चे को बिना शव परीक्षण कराए ले जाने के लिए दबाव डाला गया। यदि पीएम नहीं कराया जाता है तो लापरवाही उजागर ही नहीं हो पाएगी।
कथन-

मामले की शिकायत पर जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

डॉ. जेपीएस कुशवहा, सीएमएचओ जिला चिकित्सालय भिण्ड

ट्रेंडिंग वीडियो