भवन निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग की भिण्ड जिला परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीआईयू) कराएगी। पीआईयू के राज्य परियोजना संचालक विजयसिंह वर्मा ने २० दिसंबर को जारी एक आदेश के जरिए पीआईयू के भिण्ड परियोजना यंत्री को भवननिर्माण के लिए साइट प्लान, तकनीकी व प्रशासनिक स्वीकृति तथा निविदा आमंत्रण जैसी सभी प्रारम्भिक कार्रवाइयां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों की १९ दिसंबर को भोपाल में संपन्न हुई बैठक में प्रदेश के १२ भवन विहीन शासकीय महाविद्यालयों के लिए नए भवन निर्माण की स्वीकृति दी है। विभाग ने इनके लिए कुल ६७७७.३८ लाख रुपए की धनराशि जारी की है। इनमें दो महाविद्यालय (फूप एवं मौ) भिण्ड जिले के भी शामिल हैं। इन दोनों महाविद्यालयों के भवन निर्माण के लिए क्रमश: ३८१.४८ एवं ३८१.४८ लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। भवन विहीन इन महाविद्यालयों को नवीन निजी भवन निर्माण के लिए शासन ने जमीन की उपलब्धता करा दी है। उक्त सभी महाविद्यालय फिलहाल स्थानीय शासकीय हायरसेकंडरी स्कूल भवनों में चल रहे हैं।
मालनपुर में भी स्वीकृत है कॉलेज यहां बताना मुनासिब होगा कि भिण्ड जिले में मौजूदा में कुल ११ शासकीय महाविद्यालय हैं, जिनमें से आधा दर्जन से ज्यादा के पास स्वयं के भवन नहीं हैं। इनमें से ०३ महाविद्यालय फूप, अकोड़ा और मौ दो वर्ष पूर्व स्वीकृत हुए हैं। हाल में ही शासन ने मालनपुर उद्योग क्षेत्र में भी एक नया शासकीय महाविद्यालय मंजूर किया है।
&महाविद्यालयों को निजी भवनों की उपलब्धता से शैक्षणिक गतिविधियां सुधरेंगी तथा छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में सहूलियत होगी। डॉ. मंजू अवस्थी, प्राचार्य शासकीय महाविद्याल भिण्ड (लीड कॉलेज)