ऊमरी ग्राम पंचायत से सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार मिथलेशी देवी, दिनेश सिंह, हरगोविंद सिंह एवं वीरेंद्र सिंह के परिवार पर विद्युत बिल बकाया होने के बावजूद संबंधित विद्युत कार्यालय से उन्हें नोड्यूज जारी कर दिए हैं। मिथलेशी के ससुर शिरोमणि सिंह पर बिल की 208513 रुपए बकाया राशि है।
इसके अलावा हरगोविंद सिंह के पिता इंद्रजीत सिंह पर 243123 रुपए का विद्युत बिल बाकी है। इसी प्रकार वीरेंद्र सिंह के पिता नाथूराम पर 49901 एवं दिनेश सिंह के पिता हरनाथ सिंह पर बिजली कंपनी का 9171 रुपए बिजली बिल के रूप में शेष है।
यह प्रकरण तो महज उदाहरण भर हैं। जिले भर की 439 ग्राम पंचायतों में 1600 से ज्यादा एवं जनपद पंचायत सदस्य के लिए करीब 1200 एवं जिला पंचायत सदस्य पद के 246 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। लगभग 3000 प्रत्याशियों ने कंपनी से नोड्यूज प्रमाण पत्र हासिल किए हैं। बता दें कि इनमें से करीब 35 फीसद उम्मीदवारों ने राशि जमा किए बिना नोड्यूज ले लिए हैं।
इस तरह के जितने भी प्रकरण हैं उन्हें सूचीबद्ध कर जांच कराएंगे। बकायादारों के नोड्यूज करने वाले अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- अशोक शर्मा, महाप्रबंधक मप्रविवि कंपनी भिण्ड
कर्मचारियों का लालच, वसूली में अड़ंगा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान नोड्यूज उन्हीं लोगों को जारी किया जाना है जिन्होंने विद्युत बिल जमा कर दिए हैं, लेकिन लगभग 35 फीसद प्रत्याशियों द्वारा बिल जमा किए बिना ही नोड्यूज ले लिए हैं। ऐसे में बिजली कंपनी का करोड़ों रुपए का बकाया बिल कर्मचारियों के लालच के चलते उसके कोष में जमा नहीं हो पाया।
बिल राशि जमा किए बिना नोड्यूज लेने वालों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बकाया दो लाख से ज्यादा है और चार से पांच हजार रुपए खर्च कर नोड्यूज मिल गया। ऐसे में करीब 1000 उम्मीदवारों से लगभग 50 लाख की अवैध उगाही कर लिए जाने की बात कही जा रही है। बिना राशि जमा कराए जिन्हें नोड्यूज दिए गए यदि उनसे बकाया राशि जमा कराई जाती तो कंपनी के खाते में औसतन 50 हजार रुपए प्रति उपभोक्ता की औसत से पांच करोड़ रुपए जमा हो सकते थे।