उल्लेखनीय है शासन द्वारा कृषकों को किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2000 रुपए प्रति चार माह बाद प्रदान किया जाना है। योजना का आरंभ जनवरी 2018 में हो चुका है। लिहाजा जिले के 278102 कृषकों को 55 करोड़ 62 लाख से अधिक धनराशि पहली किश्त के रूप में मई 2018 में ही प्रदान की जानी चाहिए थी। हैरानी की बात ये है कि डेढ़ वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी महज 109926 किसानों को ही सम्मान निधि मिल पाई है शेष 168171 किसान अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों के मुंह ताक रहे हैं।
222 करोड़ 48 लाख बंटने थे अब तक किसान सम्मान निधि के तहत जिले के किसानों को अभी तक 222 करोड़ 48 लाख रुपए उनके बैंक खातों में पहुंचा देना चाहिए था। लिहाजा अभी तक महज 109926 किसानों को 21 करोड़ 98 लाख 52 हजार रुपए ही उनके खातों में पहुंच पाए हैं।
इस तरह किसानों को टरका रहे अधिकारी जनसुनवाई में वह किसान जिन्हें सम्मान निधि योजना की पहली किश्त भी नहीं मिल पाई है फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन जिम्मेदाराना जवाब देने के बजाए संबंधित एसडीएम से संपर्क करने के लिए कह दिया जाता है जबकि एसडीएम के पास पहुंचने पर कलेक्टर कार्यालय में समस्या बताने के लिए कह दिया जाता है।
वर्जन -डेढ़ साल हो गया है कि किसान सम्मान निधि का एक धेला नहीं मिला। अफसरों से शिकायत की कुछ नहीं हो रहा। सिया देवी, महिला कृषक चिलोंगा अटेर -हमारे लिए किसान सम्मान निधि योजना ढकोसला साबित हो रही है। 18 महीने बाद पहली किश्त तक नहीं मिली है।
त्रिभुवन सिंह, कृषक चिलोंगा अटेर -अभी तक सौ फीसदी किसानों को सम्मान निधि मिल जानी चाहिए थी। 62 फीसदी किसानों को नहीं मिल पाई है। संजीव बरुआ, किसान नेता भिण्ड -किसानों को सम्मान निधि वितरण के लिए उनके खातों को तेजी से अपडेट किए जाने का काम किया जा रहा है। जल्दी ही सम्मान निधि का शत प्रतिशत वितरण हो जाएगा।
गजनफर अली, भू अभिलेख अधीक्षक भिण्ड 2000 रुपए प्रति चार माह बाद दिया जाना है एक किसान को 6000 रुपए एक साल में प्रदान किया जाना है प्रति किसान को 55.62 करोड़ धनराशि पहली किश्त में वितरित की जानी थी
166 करोड़ 86 लाख 12 हजार साल भर में बंटे किसानों को 222 करोड़ 48 लाख अब तक 4 किश्तों में बंटने थे किसानों को 21 करोड़ 98 लाख 52 हजार ही सम्मान निधि के रूप बंटे
109926किसानों को ही मिल सकी है किसान सम्मान निधि 168176 किसानों को सम्मान निधि को पहली किश्त भी नहीं मिली 38 फीसद किसानों को मिल पाई सम्मान निधि की पहली किश्त