इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो संबंधित भूमि स्वामी द्वारा रिश्वत देने के दौरान बना लिया। कलेक्टर डॉ. इलैया राजाटी ने मामला प्रकाश में आने के उपरांत जम्होरा हलके के पटवारी को निलंबित किए जाने के अलावा उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की है।
विकास पुरोहित अपने निकट रिश्तेदार शिवकुमार समाधिया के साथ अपनी जमीन का नामांतरण कराने के लिए पटवारी अनिल श्रीवास्तव के घर पहुंचे। जहां पटवारी ने विकास पुरोहित से एक हजार रुपए लिए। जब विकास ने पटवारी अनिल श्रीवास्तव से पूछा कि कितने रुपए और देना है तो पटवारी ने दो हजार रुपए देने के लिए और बताए।
पटवारी अनिल श्रीवास्तव और विकास पुरोहित के बीच हुई बातचीत के अंश पटवारी- चलो मालिक बताओ विकास- चाचा ने एक हजार रुपए दिए पटवारी- चाचा ने जो दे दए एडवांश ठीक है, अब जो कछू होएगी हम का कई जात तहसीलदार साहब से कराए लेंगे
विकास- अब जि बताओ कितने और देने हैं पटवारी- अब जि नईं कह सकत, अब देखो एक फाइल तो तुम्हाई पहलेसेंईं चल्लई है विकास- कौन सी पटवारी- बड़े बाबा की विकास- बिनकीअऊ अबें नईं निबटी
पटवारी- हां अबें निबटो कां है, बा दिना रामदत्त भाईसाब हो रएते नाराज, हमने कई देखो एसो है तहसीलदार अपना अधिकारी है, हमतो अनुनय विनय भी कर सकत, तुम अपने कछू कहि सकत हो, ठीक है तो जाए हम भेज देंगे। जल्दी से जल्दी जो कछू होएगी सो हम बताए देंगे
विकास- जो पैसा लगें लगाओ, हमलोग जि चांत ऐं काम जल्दी होए, अब कित्ते और देने हैं पटवारी- देखो हमें तो एकऊ पैसा नहीं चहिएं, तुम घर के लरिका हो, सकेटरी से हमाओ बोहार है और रामदत्त भाईसाब से मनप्रेम हैं
विकास- तोऊ कित्ते देने हैं पटवारी- दो हजार रुपैया और लगभग मानकें चलो, तीन में तिहाओ निबट जाएगो, देखो हमने केहदई हम तिहाए लएं पटवारी नहियां, तुम तो घर के आदमी हो, ठीक। काम है सो कराए देंगे।
विकास- दो हजार रुपैया आपकों कब भेजने हैं जि बताओ पटवारी- बु हम बताएंगे, हम देदेंगे बाद में ले लेंगे विकास- कितनो समय लगेगो पटवारी- टाइम लगेगो, अबें फाइल टाइप होएगी, लगभग एक डेढ़ महीना मानकें चलो