थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव के अनुसार पेट्रोल पंप संचालक विनय कुमार जैन निवासी फ्रीगंज को 21 जून की रात ९:३० बजे पांच हथियारबंद बदमाशों ने लूट लिया था। वारदात के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने मौकास्थल के सीसीटीवी फुटेज एवं मोबाइल की सीडीआर के आधार पर वारदात का खुलासा तीन दिन में कर लिया है। आरोपियों ने एक लाख दो हजार रुपए नकदी और गाड़ी लूटी थी।
नकदी लेकर रवाना हुए तभी कर दिया साथियों को कॉल यहां बता दें कि रमेश गर्ग नामक युवक विनय उर्फ चक्रेश जैन के पेट्रोल पंप पर नौकरी करता है। पुलिस को सीडीआर की जांच में सबसे पहले संदेह उसी पर गया। पुलिस ने जब रमेश सिंह को पकडक़र उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने बताया कि विनय जैन जैसे ही नकदी लेकर स्कूटी पर सवार होकर निकले तभी उसने साथी पिंटा उर्फ दिनेश जाटव, अशोक जाटव, रोहित वर्मा एवं मनीष भाटिया को कॉल कर सूचना दे दी। सूचना पर उसके हथियारबंद साथी सक्रिय हो गए और जैसे ही विनय जैन ऋषभ भवन के पास सुनसान गली में पहुंचे तभी उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया था।
नकदी डिक्की में रखी है, गाड़ी छोड़ते ही ले लेना रमेश गर्ग ने अपने साथियों को कॉल कर यह भी बता दिया था कि विनय उर्फ चक्रेश जैन ने नकदी गाड़ी की डिक्की में रख ली है। जैसे ही वह गाड़ी को छोड़े तभी उससे नकदी ले लेना। पुलिस की गिरफ्त से एक आरोपी मौनू उर्फ मनीष फरार है।
खुलासे में इन पुलिसकर्मियों ने निभाई भूमिका एसपी मनोज सिंह के निर्देश एवं एएसपी संजीव कंचन के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उदयभान सिंह के अलावा एसआई रवींद्र तोमर, एएसआई राजवीर सिंह, राजकुमार यादव, प्रधान आरक्षक नरेंद्र सिंह, आरक्षक विकेश तिवारी, गौरव मिश्रा, सतेंद्र सिंह भदौरिया, यतेंद्र सिंह, विनोद कुमार एवं भूपेंद्र ने लूट की वारदात को ट्रेस करने में अहम भूमिका अदा की।